RANCHI : आरआरडीए के मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के दुकानदारों को हर हाल में 15 जनवरी तक बकाए किराए का भुगतान करना होगा और वह भी साल 2012 में तय किए गए किराए के मुताबिक। जो किराया नहीं देंगे, उनकी दुकान सील कर दी जाएगी और फिर ऑक्शन के जरिए दूसरे को अलॉट किया जाएगा। आरआरडीए के चेयरमैन परमा सिंह ने बताया कि अदालत से दुकानदारों को कोई राहत नहीं मिली है। ऐसे में उन्हें आरआरडीए के निर्देशों का पालन करना होगा।

भेजा जा चुका है नोटिस

शहर में आरआरडीए की 710 दुकानें हैं। इन दुकानों के रेट और टैक्स की बकाया वसूली के लिए 20 दिसंबर को आरआरडीए की ओर से सभी दुकानदारों को नोटिस भेजा गया है। इसमें दुकानदारों को 2007 से सर्विस टैक्स और दूसरे टैक्स का एकमुश्त भुगतान करने को कहा गया है। इसकेअलावा 15 जनवरी तक एकमुश्त भुगतान करने का अल्टीमेटम दिया गया है।

दुकानदारों का जारी है विरोध

आरआरडीए दुकानों के किरायेदारों ने नोटिस मानने से इन्कार कर दिया है। आरआरडीए दुकानदार कल्याण महासंघ ने बताया कि प्राधिकार ने नियम का उल्लंघन कर किराया बढ़ाया है। 3.13 प्रति वर्ग फीट प्रति माह की दर को बढ़ाकर 15 रूपए प्रति वर्ग फीट करना कहीं से जायज नहीं है। अब अप्रैल 2012 से ही बढ़ी हुई दर से किराया देने को कहा गया है। छोटे दुकानदारों के लिए इतने कम समय में बढ़ी हुई दर पर एकमुश्त राशि भुगतान करना बहुत मुश्किल है

किराए में पांच गुना बढोतरी

गौरतलब है कि आरआरडीए की दुकानों का किराया पहले 3.13 रूपए प्रति वर्ग फुट था, लेकिन अप्रैल 2012 में इसे पांच गुना बढ़आख्र 15 रुपए स्क्वायर फीट कर दिया गया। इतना ही नहीं, सभी दुकानदारों को उसी तारीख से बढ़ा हुआ किराया देने के लिए नोटिस जारी किया गया है। आरआरडीए के मुताबिक, जो बकाए किराए का भुगतान नहीं करेंगे, उनके खिलाफ न सिर्फ सर्टिफिकेट केस किया जाएगा, बल्कि दुकान भी सील कर दी जाएगी। आरआरडीए चेयरमैन परमा सिंह का कहना है कि दो सौ दुकानदार बढ़ी हुई दर से किराया देने को तैयार हैं, लेकिन 500 के लगभग दुकानदार इसका विरोध कर रहे हैं।

कल बंद रहेंगी सभी दुकानें

आरआरडीए की ओर से जारी नोटिस के खिलाफ सभी दुकानदार गुरुवार को अपनी-अपनी दुकानें बंद रख विरोध जताएंगे। इसमें न्यू मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन, न्यू मार्केट दुकानदार संघ रातू रोड, आरआरडीए बिल्डिंग, बस स्टैंड दुकानदार समिति, न्यू मार्केट दुकानदार संस्था के मेंबर्स शामिल हैं। इस दिन जुलूस निकाला जाएगा और आरआरडीए ऑफिस का घेराव भी किया जाएगा।