सामने आई हकीकत

पहाड़ी रास्तों पर दिन रात ये अपनी ड्राइविंग के जलवे इस कदर दिखाते हैं कि पिछले तीन सालों में 2496 लोग यमराज के दरबार में परमानेंट अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं, जबकि 4704 खुशनसीब आज सलामत हैं और दिन रात यमदूत ड्राइवर्स को कोसते नजर आते हैं.लंबे समय से पहाड़ी रास्तों पर गाडिय़ां दौड़ा रहे ड्राइवर्स की कुशल ड्राइविंग की हकीकत आरटीओ द्वारा चलाए जा रहे रिफ्रेशर कोर्स में सामने आ रही है। इस रिफ्रेसर कोर्स में एक महीने में ही कई ड्राइवर्स अनफिट साबित हुए हैं। हद तो यह है कि ये वैसे ड्राइवर्स थे तो कई सालों से ड्राइविंग सीट पर बैठे हैं। हालांकि ये ड्राइवर्स इस ट्रेनिंग और रिफ्रेशर्स कोर्स से सख्त नाराज हैं, जबकि डिपार्टमेंट इसे रोड सिक्योरिटी में मील का पत्थर मान रही है।

अनफिट ड्राइवर्स हुए आइडेंटिफाई

स्टेट के कॉमर्शियल ड्राइवर्स आजकल आरटीओ की नई गाइडलाइन से बेहद परेशान हैं। इस गाइडलाइन के अनुसार ड्राइविंग लाइसेंस के रिन्यूअल से पहले तीन दिन का रिफ्रेशर कोर्स बेहद जरूरी है। देहरादून के आउटर एरिया झाझरा में स्थापित ट्रेनिंग सेंटर में इन दिनों रिफ्रेशर कोर्स चलाया जा रहा है। मारुती और आरटीओ के इस ज्वाइंट रिफ्रेशर कोर्स में ड्राइवर्स के रोड सेंस, सिग्नल की नॉलेज, आई साइड और फिजिकल फिटनेस के अलावा नई टेक्निक की भी इंफॉर्मेशन मिल रही है। इसी कोर्स में ड्राइवर्स की ट्रैफिक सेंस की जांच भी की जा रही है। इस कोर्स में एक महीने में ही 40 ड्राइवर्स अनफिट साबित हुए हैं। इसमें अधिकतर ओवर एज से होने वाली प्रॉब्लम, आई साईट की प्रॉब्लम के चलते अनफिट करार दिए गए हैं। अनफिट घोषित किए गए ड्राइवर्स में अधिकतर ट्रक ड्राइवर्स और हिल रूट पर बस चला रहे ड्राइवर्स ह