--RTO में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या में आयी कमी

-गवर्नमेंट के फीस में पांच गुना वृद्धि करने का दिखने लगा असर

VARANASI

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ के सिटी ऑफिस में लगने वाली भीड़ पर ब्रेक लग गयी है। कारण कि उन्हें अब अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है। मोटर वेहिकल ऐक्ट में 22वां संशोधन करते हुए गवर्नमेंट ने लाइसेंस फीस कई गुना बढ़ी दी है। इसके तहत लाइसेंस बनवाने के लिए तीन से छह गुना तक एक्स्ट्रा फीस जमा करना पड़ रहा है। फीस बढ़ने से शौकिया ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों ने तौबा कर ली है। इससे ऑफिस में लगने वाली अनावश्यक भीड़ भी कम हो गयी है। दूसरी ओर गाडि़यों के रजिस्ट्रेशन फीस भी तीन से छह गुना बढ़ा दिया गया है।

अब लर्निग दो सौ में

फीस में हुए बदलाव के बाद 60 रुपये में बनने वाला लर्निग लाइसेंस अब 200 रुपये में बन रहा है। इसमें 150 रुपये लर्निग लाइसेंस की फीस और 50 रुपये लर्निग लाइसेंस की टेस्ट फीस है। टेस्ट में फेल हो जाने पर रिपीट टेस्ट के लिए अतिरिक्त 50 रुपये देने होंगे। रिपीट टेस्ट की फीस पहली बार निर्धारित की गयी है। इसी तरह स्थाई लाइसेंस बनवाने के लिए पहले जहां 300 रुपये लगते थे, उसके लिए अब 700 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। पहले 300 रुपये में से 200 रुपये स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस फीस के थे और 50 रुपये ड्राइविंग लाइसेंस फीस थी। स्थाई लाइसेंस की नई फीस के 700 रुपये में 200 रुपये लाइसेंस जारी करने के, 200 रुपये स्मार्ट कार्ड पर लाइसेंस जारी करने के तथा 300 रुपये ड्राइविंग लाइसेंस की फीस है। वहीं कार के लिए ड्राइविंग लाइसेंस चाहने वालों को 1000 रुपये जमा करना होगा।

40 से 50 का बनता है DL

पहले जहां 80 से 90 लोग डीएल बनवाने के लिए ऑफिस पहुंचते थे। वहीं अब लाइसेंस फीस बढ़ने के बाद यह संख्या डेली घटकर ब्0 से भ्0 हो गयी है। ऐसे में डीएल चाहने वालों की संख्या में फ्0 से ब्0 लोगों की कमी आ गयी है। हालांकि इसमें सिस्टम के ऑनलाइन होने का भी रोल है। इससे भी संख्या में कमी आयी है।

इनकी भी बढ़ी फीस

इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस फीस भ्00 से बढ़ कर क्,000 रुपये हो गयी है। ड्राइविंग लाइसेंस में वाहन की कैटगरी बढ़ाने पर देने होंगे भ्00 रुपये। पहले यह फीस स्मार्ट कार्ड में ख्00 व पेपर लाइसेंस में फ्0 रुपये था। यही नहीं ड्राइविंग लाइसेंस के रिन्यूवल के लिए अब ख्भ्0 की जगह ख्00 रुपये देना पड़ रहा है। ग्रेस पीरियड के बाद ड्राइविंग लाइसेंस का रिन्यूवल कराने के लिए ख्00 की बजाय अब फ्00 रुपये का फीस तय है। साथ ही लेट के प्रत्येक वर्ष के लिए भी अब भ्0 रुपये की जगह क्000 रुपये हर साल की दर से एक्स्ट्रा फीस जमा करना पड़ रहा है। ड्राइविंग लाइसेंस में दर्ज एड्रेस या किसी और डिटेल को चेंज करने के लिए ख्00 रुपये फीस देना पड़ रहा है। ऐसे में लोग बहुत जरूरी होने पर ही आरटीओ का रूख कर रहे हैं।