- संचालक आरटीओ से मिल करेंगे समाधान निकालने की बात

- डीजल टैक्सी के प्रतिबंध से इस सेक्टर पर जबरदस्त असर

मेरठ में 1000 टैक्सी का संचालन

500 टैक्सियों का परमिट समाप्त

Meerut : एनसीआर में डीजल टैक्सी बैन से मेरठ के टैक्सी संचालकों को राहत भी नहीं मिली थी कि मेरठ में भी नई डीजल टैक्सियों को परमिट न देने के फैसले से संचालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा होता दिखाई दे रहा है। टैक्सी संचालकों का मानना है कि दिल्ली के बाद यदि यहां भी टैक्सी का कारोबार बंद हो जाएगा तो उनके सामने बच्चे पालने का दूसरा कोई विकल्प नहीं है। सभी संचालकों ने आरटीओ का घेराव करने की बात कही है।

संचालित हैं 1000 टैक्सी

जानकारी के अनुसार शहर में दो दर्जन से ज्यादा रजिस्ट्रर्ड टैक्सी ट्रेवल्स हैं। जहां से हर दिन विभिन्न कंपनियों के लिए लगभग 1000 टैक्सी संचालित की जाती हैं। इनमें कर्मचारियों को लाने ले जाने के लिए इनोवा, टवेरा और जाइलो, इंडिगो, डिजायर जैसी डीजल से चलने वाली कैब लगी हुई हैं।

परमिट समाप्त

टैक्सी संचालकों का मानना है कि एनजीटी के आदेश के बाद नई व पुरानी टैक्सी को परमिट न देने की घोषणा की गई है। अकेले शहर में करीब 500 टैक्सियां ऐसी हैं, जिनका परमिट समाप्त हो चुका है। आदेशानुसार अब उन्हें परमिट नहीं मिलेगा तो टैक्सियां शोपीस बनकर रह जाएंगी। जब गाडि़यां सड़क पर ही नहीं चलेगी तो ईएमआई कैसे दे पाएंगे।

कहां से भरेंगे ईएमआई

एनजीटी के इस फैसले से आहत कैब ऑपरेटरों का मानना है कि इस तरह का फैसला सुनाने से पहले कोई न कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए थी, जिन लोगों ने पांच साल के किश्त पर बैंक से लोन लेकर गाडि़यां खरीदी हैं वे लोग कहां से कर्ज भरेंगे। टैक्सी परमिट वाली कार बेचने में भी संकट है, क्योंकि ज्यादातर गाडि़यों की लोन की ईएमआई अभी बाकी है।

एक तो दिल्ली में डीजल टैक्सियों पर रोक लगने के बाद से वैसे ही बिजनस घाटे में जा रहा था। अब अगर मेरठ में भी टैक्सियों को परमिट नहीं मिलेगा तो उनके बच्चे भूखे मरने के कगार पर पहुंच जाएंगे। इसी माह 12 टैक्सी का परमिट कराना था, जिनकी किस्त अभी दो साल से ज्यादा तक भरनी है।

आदित्य, रेणू टै्रवल्स संचालक

ये सरकार के रूल तो हमारे बच्चों के हाथों में कटोरा थमाकर छोड़ेंगे। एक सप्ताह पहले ही दो इंडिगो खरीदी थी। अब उन्हे परमिट ही नहीं मिलेगा तो क्या कमाएंगे और कहां से उनकी ईएमआई भरेंगे।

रिंकू शर्मा, बालाजी ट्रेवल्स संचालक

जिन टैक्सियों का परमिट है। उन्हे कोई दिक्कत होने वाली नहीं है। नियमानुसार नई गाडि़यों व परमिट समाप्त होने वाली टैक्सियों को अब परमिट देने पर प्रतिबंध है।

विश्वजीत सिंह, एआरटीओ