-दीक्षांत समारोह से पहले ज्योतिबा फुले की प्रतिमा और ग‌र्ल्स हॉस्टल का किया इनॉग्रेशन

-गोल्ड मेडल पाने वालों में 64 छात्राएं और 23 छात्र रहे शामिल

BAREILLY : आरयू के 16वें दीक्षांत समारोह ट्यूजडे संपन्न हुआ, कार्यक्रम यूपी के राज्यपाल राम नाईक की अध्यक्षता में हुआ। मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा ने शिक्षा जगत में बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर व्यक्ति को पोस्ट ग्रेजुएट बनाने के लिए केजी से पीजी तक सरकारी कॉलेज में निशुल्क शिक्षा देगी। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं.कार्यक्रम में 87 टॉपर्स को राज्यपाल और डिप्टी सीएम के हाथों से सम्मानित होने का मौका मिला। राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि दीक्षांत समारोह में लड़कों की अपेक्षा लड़कियां अधिक टॉपर हैं, जिससे लगता है ज्योतिबा फुले का सपना सच होता दिख रहा है। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने करीब 35 मिनट भाषण दिए। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण बाते भी कहीं।

पहले प्रतिमा का अनावरण

सुबह से ही हुई तेज बारिश के चलते राज्यपाल राम नाईक और डिप्टी सीएम देरी से एयरबेस पर पहुंचे। वहां से राज्यपाल और चीफ गेस्ट 11 बजे आरयू पहुंचे। जहां पर छात्राओं ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। इस दौरान आरयू वीसी ने उन्हें बुके देकर स्वागत किया। जिसके बाद सबसे पहले राज्यपाल और डिप्टी सीएम ने आरयू प्रशासनिक भवन के सामने पार्क में लगी ज्योतिबाफुले की प्रतिमा का बटन दबाकर इनॉगे्रशन किया। इस मौके पर प्रतिमा के शिल्पकार और ललित कला अकादमी के अध्यक्ष उत्तम पाचारणे भी उनके साथ मौजूद रहे। जिसके बाद राज्यपाल और डिप्टी सीएम ने लक्ष्मीबाई के लेकर महिला छात्रावास का इनॉग्रेशन किया। छात्रावास के इनॉग्रेशन के बाद राज्यपाल और डिप्टी सीएम दीक्षांत समारोह स्थल की तरफ आगे रवाना हुए। उनके साथ बैंड की धुन उसके पीछे विद्या परिषद और कार्य परिषद के सदस्य सफेद ड्रेस में पगड़ी लगाए हुए चल रहे थे।

गुरुकुल की छात्राओं ने गाया स्वागत गीत

समारोह स्थल पर 11:30 बजे पहुंचते ही मां सरस्वती की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्जवलित किया गया। इसके लिए गुरुकुल के छात्रों ने मंत्रोचार किए। जिसके बाद श्रीमद दयानंद कन्या गुरुकुल महाविद्यालय एवं स्कूल चोटी पुरा अमरोहा की छात्राओं ने स्वागत गीत पेश किया। जिसमें सबसे पहले राज्यपाल और मुख्य अतिथि ने ज्योतिबा फुले की प्रतिमा के शिल्पकार उत्तम पचारणे और उनकी पत्नी ज्योति पचारणे को को अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इसके बाद आरयू वीसी प्रो। अनिल शुक्ल ने राज्यपाल राम नाईक और मुख्य अतिथि डॉ। दिनेश शर्मा को अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया।

87 टॉपर्स किए गए सम्मानित

दीक्षांत समारोह में 87 टॉपर्स को गोल्ड मेडल प्रदान किए गए। वहीं, 365 स्टूडेंट्स को उपाधि वितरण की गई। इनमें 58 पीएचडी उपाधि धारक रहे। डिप्टी सीएम ने डिग्री और राज्यपाल ने गोल्ड मेडल टॉपर्स को पहनाए। जबकि टॉपर्स का उत्साहवर्धन करने के लिए ज्योतिबा फुले की प्रतिमा के महान शिल्पकार उत्तम पाचारणे भी मौजूद रहे। डिग्री वितरण के बाद राज्यपाल और मुख्य अतिथि ने आरयू की वार्षिक प्रत्यावेदन का विमाेचन किया।

पहली बार लिखा हुआ भाषण पढ़ रहा हूं: डिप्टी सीएम

दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि ने कहा कि सरकारी कॉलेज में शिक्षा हमें अपने उत्थान के लिए ही नहीं बल्कि दूसरों के उत्थान के लिए भी होती है। मुख्य अतिथि ने करीब 20 मिनट के भाषण में कहा कि वह चाहते हैं कि सुखी मन शिक्षक हो इसीलिए 16 राज्य विवि, 1 मुख्य विवि, 1 डीन विवि, 37 निजी विवि, 158 सरकारी विवि, 331 अनुदान प्राप्त विवि और 5,377 स्ववित्तपोषित विवि के प्रधानाचार्य की नियुक्त की विसंगति को दूर कर दिया है। वहीं स्टूडेंट्स की पढ़ाई 220 दिन हो इसके लिए शैक्षणिक कैलेंडर बने, जिसके अनुसार पढ़ाई हो, जिससे समय से रिजल्ट आए। आरयू में समय से परीक्षा, समय से रिजल्ट निकालना और ऑन लाइन प्रक्रिया अपनाना दूसरे विवि के लिए अनुकरणीय काम किया है। शिक्षा हमें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करती है। शिक्षा पाकर योग्य बनकर केवल रोजगार पाना ही नहीं बल्कि रोजगार सृजन करने योग्य बने। इसी के क्षेत्र में कौशल विकास केन्द्र काम कर रहे हैं। ज्योतिबा फुले ने भी मृत्यु से पूर्व संदेश दिया है। जिसे कुलपति ने प्रतिमा के स्तम्भ पर लिखवाया है। यह अच्छा काम किया है। हमारा प्रयास है विदेशी राज्य भाषाओं का पठन पाठन हो। साथ ही, जो शिक्षक उनका डिजिटल डाटा रखने की अपेक्षा की है। 5 सितम्बर शिक्षक दिवस है हमने कई शोधपीठ की स्थापना की है, शिक्षक दिवस पर हम राज्यपाल जी से अन्य शोधपीठ शुरू करने के लिए अनुमति मांगेंगे। इसके साथ ही ई-लाइब्रेरी, शैक्षिक कैलेंडर और गुणवत्ता परक शिक्षा हो। इस बार स्वक्रेन्द्र प्रणाली पूरी तरह से खत्म कर दी जाएगी।

32 मिनट राज्यपाल का संबोधन

मेरे आधे मुद्दे दिनेश शर्मा के भाषण में आ गए, लेकिन उनके मुद्दे छोड़कर बाकी बातें आपके सामने रखूंगा। इस विवि का बोध वाक्य चैरेवेति-चैरेवति से जुड़ा है। इस बारे में मैं अपने भाषण के अंत में कुछ कहूंगा। महात्मा ज्योतिबा फुले ने अपने जीवन में दो बातें रखी थी जिसमें किसानों की रक्षा सुरक्षा और प्रगति और दूसरे महिलाओं को शिक्षा और शिक्षा के माध्यम से समाज की प्रगति। ऐसे महापुरुष की प्रतिमा को विवि में स्थापित किया गया है। कई लोग यही देखने आएंगे कि महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा कैसी है देखने आएंगे। मैं उत्तम पाचारणे जी को 40 वर्षो स जानता हूं। मैं आपको आंकड़ो में कुछ बताना चाहता हूं। जिसमें जो यहां आए और नहीं आए उन सभी की गिनती 1 लाख 55 हजार 503 को उपाधि दी गई। जिसमें 51 प्रतिशत छात्र और 59 प्रतिशत छात्राएं शामिल हैं। इससे लगता है ज्योतिबा फुले का सपना सच होता दिख रहा है। दीक्षांत समारोह में आने पर मुझसे पूछा गया कि आप 87 टॉपर्स को डिग्री बांट पाएंगे। तो मैंने कहा कि मैं 100 लोगों को गोल्ड मेडल दे सकता हूं। 87 गोल्ड मेडल पाने वालों में 64 छात्राएं और 23 छात्र शामिल हैं। जिसका प्रतिशत देखा जाए तो लड़के से तीन गुना लड़कियां अधिक हैं। मैं लड़कों को इतना ही कहूंगा कि लड़कों को आरक्षण मांगना पड़ेगा, इसीलिए अच्छी पढ़ाई करो। मैं 28 विवि का कुलाधिपति हूं। इसी तरह अन्य विवि में छात्रों की संख्या से छात्राएं आगे जा रही हैं। इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने अटल बिहारी को प्रेरणा पुरुष थे। आज पीएम मोदी जी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए काम कर रहे हैं। इससे महिलाओं में सशक्तिकरण हुआ है।

डिग्री संभालकर रखने की दी हिदायत

आज जो सभी टॉपर को डिग्री मिली वह संभालकर रखिए। मुझे अटल जी के नाम पर याद आया कि अटल जी बीमार थे, तो डिग्री नहीं मिल रही थी, किसी ने उनकी डिग्री कॉलेज के बारे में पूछा लिया, लेकिन उन्होंने कानपुर से शिक्षा ली। तो बात मेरे पास आ गई, उनकी मौत के बाद उनकी डिग्री का पूछने का औचित्य क्या। मेरे पास मामला आया तो मैने डिग्री ढूंढवाई, जो बाद में मिल गई, लेकिन मैं यह बात कहता हूं कि अपनी डिग्री संभाल करो रखों नहीं तो आपके साथ भी हो सकता है। यह बात मैने आपको दो पहलुओ से बताई। जिसमें विवि को भी छात्रों को रिकार्ड संभालकर रखे दूसरे स्टूडेंटस भी। उत्तम पचारणे पर बताया कि उनके पिता फुटपाथ पर झोपड़ी में रहते थे। वेल्डिंग करते थे। शिक्षा पाई और गोल्ड मेडल पाया और आज ललित कला के अध्यक्ष बन गई। इससे साफ है मुम्बई में फुटपाथ पर रहने वाला भी कुछ कर सकता है। आज महिला रक्षामंत्री है और देश की रक्षा की कमान संभाल रही हैं

एबीवीपी ने दिया ज्ञापन

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने डिप्टी सीएम को अपना 10 सूत्रीय ज्ञापन दिया। जिसमें इंटर कॉलेज के शिक्षकों का ट्यूशन के लिए दबाव बनाया जाना, जनसुनवाई पोर्टल पर आरयू में लंबित शिकायतों के निस्तारण, इंटर कॉलेजेज में पीटीए के नाम पर लिए गए शुल्क की रसीद दी जाए, निजी स्कूलों पर अध्यादेश का पालन हो आदि मांगों सहित अन्य मांगों के लिए ज्ञापन दिया। इस मौके पर डॉ। अतुल भारद्वाज और राहुल चौहान आदि मौजूद रहे।

छात्र संघ चुनाव की मांग

सछास कार्यकर्ताओं ने लंबित पड़ी नियुक्तियों के लिए तुरंत पूरी करने, आरक्षित श्रेणी के विद्वान आचार्यो की नियुक्त, कैंपस परिसर में केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में स्थाई शिक्षक की नियुक्त, आरयू में रिक्तियों को तुरंत पूरा किया जाए और आरयू में छात्र संघ चुनाव करने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया। इस मौके पर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शिव प्रताप सिंह यादव, गजेन्द्र कुर्मी, अनूप यादव, सौरभ और मुकेश मिश्रा आदि रहे।

आरयू कर्मचारियों ने दिया ज्ञापन

आरयू कर्मचारियों ने भी अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया, जिसमें वेतन और नियुक्तियों को परमानेंट की मांग रखी। इस मौके पर आरयू मिनिस्ट्रियल स्टॉफ एसोसिएशन के महासचिव राजबहादुर सिंह अध्यक्ष डॉ। हेम गौतम और उपाध्यक्ष रामप्रीत, संस्थापक जहीर अहमद आदि मौजूद रहे।