वन विभाग ने रजिस्ट्रार और सुरक्षा प्रभारी के खिलाफ दर्ज कराया वाद

हर साल परिसर में आग लगने की घटनाएं जारी, पर्यावरण को नुकसान

BAREILLY :

आरयू कैंपस में बार-बार आग लगने की घटना होने पर वन विभाग कोर्ट पहुंच गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने रजिस्ट्रार एसएल मौर्य और सुरक्षा प्रभारी के खिलाफ वाद दायर किया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है यूनिवर्सिटी प्रशासन कैंपस में लगने वाली आग पर संवेदनशील नहीं है। बार बार आग लगने की घटनाओं से वन विभाग की बेशकीमती संपत्ति जलकर खाक हो चुकी है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आग से हर साल सैकड़ों पेड़-पौधे नष्ट हो जाते हैं। इसलिए, कई वर्षो से कैंपस में पौधरोपण नहीं कराया गया है। वहीं आरयू प्रशासन बार-बार आग लगने से कोर्ट में मुकदमा दर्ज होने पर कुछ भी साफ कहने से बचता रहा।

3 बार भेजी नोटिस

लास्ट ईयर से लेकर अब तक यूनिवर्सिटी कैंपस में करीब एक दर्जन बार आग लग चुकी है। जिसमें वन विभाग के करीब 250 पेड़ जल गए थे। इस पर वन विभाग ने पहले आरयू एडमिनिस्ट्रेशन को नोटिस जारी किया। इसके माध्यम से उसने वन संपदा में आग लगने का कारण पूछा। लेकिन, यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने इसका जवाब नहीं दिया। वन विभाग ने आरयू को तीन बार नोटिस भेजा। लेकिन, अधिकारियों की कान पर जूं नहीं रेंगी। यूनिवर्सिटी के इस अडि़यल रवैये पर ही वन विभाग ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

नहीं होती है नीलामी

आरयू कैंपस में बेशकीमती पेड़ और जंगल घास है। आरयू प्रशासन की ओर से समय-समय पर घास की नीलामी नहीं करती है। इसलिए शार्ट सर्किट या दूसरे कारणों की वजह से हर साल यूनिवर्सिटी कैंपस में आग लग जाती है। वन अधिकारियों का कहना है कि हर साल गर्मी से पहले यूनिवर्सिटी को घास कटवाने को कहा जाता, लेकिन अधिकारी अनसुना कर देते हैं। इस कारण वन विभाग की संपत्ति को नुकसान होता है। हाल में चार मई को शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी। करीब पांच घंटे तक जंगल में आग की लपटें उठती रहीं।

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कैंपस में आग लगने के कारण पता करने के लिए यूनिवर्सिटी को तीन बार नोटिस भेजे। लेकिन, कोई जवाब नहीं मिला। इसलिए विभाग ने रजिस्ट्रार और सुरक्षा अधिकारी के खिलाफ कोर्ट में वाद दायर किया गया है।

ओपी सिंह, क्षेत्रीय वन अधिकारी

जब मामला कोर्ट में ही पहुंच गया है, तो वहीं पक्ष रखूंगा। कोर्ट से ही फैसला होगा।

एसएल मौर्य, रजिस्ट्रार