-नकल माफियाओं को बेनकाब करने के लिए एबीवीपी ने दिया दो दिन का समय
-एजेंसी पर लगाया कोडिंग की गोपनीयता भंग करने का आरोप
बरेली:
आरयू में मार्क्स बढ़वाने के बाद कॉपियों में नाम और कॉलेज लिखने का मामला सामने आ गया. दो दर्जन से अधिक स्टृूडेंट्स की कॉपियों में नाम और एड्रेस लिखा मिलने से हड़कंप मच गया. माना जा रहा है कि इसके पीछे जरूर कोई मास्टर माइंड गैंग काम कर रहा है. जो कोडिंग को डीकोडिंग कर मार्क्स बढ़वाने का करता है. इसको लेकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने वेडनसडे को आरयू कैंपस में जमकर हंगामा किया. आरयू वीसी को ज्ञापन देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दो दिन का समय दिया है. वहीं आरयू वीसी का कहना है कि आरयू में मार्क्स बढ़वाने वाले गैंग सक्रिय है. दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
बन सकती अलग अवॉर्ड लिस्ट
आरयू में हंगामा कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना था कि कॉपियों के चेक होने के बाद अवॉर्ड लिस्ट बनती है. अभी तक अवार्ड लिस्ट आरयू का एक गोपनीय विभाग बनाता था जबकि दूसरी अवार्ड लिस्ट कोई एजेंसी बनाती थी. लेकिन अब दोनों ही अवार्ड लिस्ट एजेंसी बना रही है. ऐसे में एजेंसी जिसके मार्क्स चाहे बढ़ा देती है.
कॉपियों पर बनवा रहे पहचान
आरयू के एग्जाम की गोपनीयता उस समय सवालों के घेरे में आ गई जब ट्यूजडे को 20 से अधिक स्टूडेंटस की कॉपियों में नाम और रोल नम्बर कॉपियों में लिखे पाए गए थे. हालांकि इसको सामूहिक नकल भी माना गया. लेकिन परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि इस मामले में वीसी ने जांच के लिए कमेटी बना दी है.
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-मामले की जांच कमेटी को दी गई है, जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी.
प्रो. अनिल शुक्ल, आरयू वीसी