स्टूडेंट्स करते रहते हैं हंगामा
ऐसा लगता है कि आरयू में रूल्स एंड रेगलेशन ताक पर है। स्टूडेंट्स अपनी जायज अथवा नाजायज बातों को मनवाने के लिए हर तिकड़म अपना रहे हैं। इसी मंडे को बीटेक स्टूडेंट्स स्पेशल एग्जाम की डिमांड को लेकर सीधे एग्जामिनेशन कंट्रोलर के चैंबर में पहुंच गए और वहां जमकर हंगामा किया। सिचुएशन को देखते हुए एग्जामिनेशन कंट्रोलर ने वीसी से जब बात की तो उन्होंने इस मुद्दे को एग्जामिनेशन बोर्ड में रखने की बात कही। लेकिन, इस मुद्दे पर इसे यूनिवर्सिटी और स्टूडेंट्स दोनों ने ही डीएसडब्ल्यू को इग्नोर कर दिया। ऐसे में यह सवाल लाजिमी है कि जिस काम के लिए डीएसडब्ल्यू का पोस्ट है, वह क्या अब अनइंपॉर्टेंट होता जा रहा है?
क्या है सिस्टम?
लास्ट ईयर सिंडिकेट में फैसला हुआ था कि स्टूडेंट्स अपनी प्रॉब्लम अथवा डिमांड सबसे पहले डीएसडब्ल्यू के पास रखेंगे। यहां बात नहीं बनने पर डीन, प्रो वीसी को इसकी जानकारी देंगे। यहां भी अगर प्रॉब्लम सॉल्व नहीं हुआ तो मामले को वीसी के पास भेजा जाएगा। लेकिन, आरयू में यह सिस्टम फेल है।