-नगर निगम ने बनायी थी मजबूत और कम क्षतिग्रस्त होने वाली सड़क बनाने की योजना

-प्लास्टिक कचरा से खास मिक्सचर तैयार करने वाले प्लांट को नारायनपुर में बनाया गया था

VARANASI

बनारस में प्लास्टिक कोटेड रोड बनने की शुरुआत हुई। नगर निगम की पहल पर चार महीना पहले मंडुवाडीह एरिया की श्रीरामनगर कॉलोनी और बृज इन्क्लेव कॉलोनी में रोड बनायी गयीं। नगर निगम के कर्मचारियों के साथ एक्सप‌र्ट्स की टीम इस काम में मुस्तैद रही। सड़क बनाने का ये नायाब तरीका यूपी में पहली बार इस्तेमाल किया गया। योजना थी कि इस तरीके से पूरे शहर की सड़क को बनाया जाएगा लेकिन वक्त बीतने के साथ सारी योजना धरी रह गयी। फिलहाल इस दिशा में कोई काम नहीं हो रहा है।

काम चल रहा था अच्छा

प्लास्टिक कोटेड रोड बनाने के लिए नारायणपुर (मिर्जापुर) में हॉट मिक्स प्लॉट लगाया गया। इसमें ही प्लास्टिक कचरे से मैटीरियल तैयार किया जाना था। दिल्ली से प्लास्टिक और अन्य मैटीरियल हॉट मिक्स प्लांट पर जमा किया गया था। शुरू में कम्प्यूटर की सेटिंग नहीं हो पाने के कारण मिक्सचर सही अनुपात में तैयार नहीं हो पा रहा था। लेकिन एक्सप‌र्ट्स ने काफी मशक्कत से सेटिंग सही की। इसके बाद मिक्सचर तैयार होने का रास्ता साफ हो गया। मशीन चल भी पड़ी और यूपी में पहली बार प्लास्टिक लेमिनेटेड रोड बनाने के लिए मैटीरियल तैयार होने लगा। पर्याप्त मात्रा में मिक्सचर तैयार होने के बाद डम्फर में भरकर उसे उन जगहों पर पहुंचाया जाने लगा जहां रोड बनानी थी। श्रीरामनगर कॉलोनी, बृज इंक्लेव कॉलोनी समेत शहर के कई चौराहों पर रबर की रोड बनायी गयी थी।

महंगाई ने रोका हाथ

प्लास्टिक लेमिनेटेड रोड बनाने के लिए आने वाली लागत फिलहाल उतनी ही है जितनी कंक्रीट की रोड बनाने में आती है। चीफ इंजीनियर कैलाश सिंह का कहना है कि इसकी वजह यह है कि रबर रोड के लिए जरूरी मैटीरियल दिल्ली से लाना पड़ रहा है। जिसके चलते यह महंगा पड़ रहा है। नगर निगम का प्रयास था कि मैटीरियल को बनारस में ही तैयार किया जाएगा। इसकी कोशिश भी जारी थी लेकिन योजना परवान नहीं चढ़ सकी।