-अभी सिर्फ खसरे का टीका ही लगता है फ्री

- सितंबर से प्रदेशभर में लगाया जाएगा टीका

Lucknow: प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अब रुबेला वायरस से बचाव का टीका एमआर खसरा के टीके के साथ फ्री लगाया जाएगा। सितंबर से सभी टीका केंद्रों पर यह सुविधा मिलने लगेगी।

खतरनाक है वायरस

रुबेला तेजी से फैलने वाली बीमारी है जिससे गर्भवती महिलाओं में गर्भपात की आशंका होती है। संक्रमण होने पर हल्का बुखार और त्वचा पर रैशेज आते हैं। गर्भवती महिला को यह बीमारी हो तो बच्चे के दिव्यांग होने होने का खतरा रहता है। इस स्थिति को कंजेनाइटल रुबेला सिंड्रोम कहते हैं।

डायबिटीज का भी कारण

बहुत से लोगों में यह वायरस डायबिटीज का भी कारण बनता है। जिससे लोगो को जिंदगी भर दवा लेनी पड़ती है। इस वायरस का कम प्रतिरोधक क्षमता वाले बच्चों व महिलाओं को अधिक खतरा रहता है। वायरस खांसने या छीकने से हवा के माध्यम से दूसरों को अपना निशाना बनाता है।

दो बार लगेगा टीका

राज्य टीकाकरण अधिकारी एपी चतुर्वेदी ने बताया कि खसरे के टीकाकरण के लिए अभी 9 माह पर एम 1 और 16 माह पर एम 2 टीका लगता है। सितंबर से खसरे का टीका रुबेला के टीके के साथ लगाया जाएगा। 9 माह से ऊपर और 15 साल से कम उम्र के बच्चों को 2 बार यह टीका दिया जाएगा।

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हर साल होती हैं कई मौतें

डब्ल्यूएचओ के अनुसार विश्व में 2014 में 1.15 लाख बच्चे खसरे से मरे थे और लगभग एक लाख बच्चे सीआरएस से ग्रसित मिले थे। भारत में 2005 में सीआरएस से ग्रसित केवल 238 बच्चे थे जो बढ़कर 2014 में 4146 हो गए। इसे देखते हुए सरकार ने मीजल्स रुबेला का टीकाकरण अभियान में शामिल करने का फैसला किया है। देश में हर साल करीब 38 हजार बच्चे खसरे से मरते हैं।