- फर्जी आईएएस कहे जाने पर रूबी चौधरी ने जताया विरोध

- सत्यता के लिए कही सीबीआई जांच करवाने की बात

- पुलिस कांस्टेबल पर लगाया मारपीट करने का आरोप

DEHRADUN : मुझे फर्जी आईएएस कहना बिल्कुल गलत है। मैं आईएएस हूं। चाहे तो इसकी सीबीआई जांच करवा ली जाए। यह बात रूबी ने कोर्ट में मीडिया के सामने कही। साफ किया कि उसे फर्जी आईएएस बिल्कुल न कहा जाए।

सौरभ जैन को बताया जिम्मेदार

दरअसल, न्यायिक हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद रूबी को शुक्रवार को फिर से कोर्ट में पेश किया जाना था। सामान्य कैदियों की तरह रूबी को भी कोर्ट लाया गया। इस दौरान रूबी के हाव-भाव में शालीनता दिखाई दी। रूबी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसे फर्जी आईएएस कहा जा रहा है, जबकि वह वास्तव में आईएएस है। मामले में अकादमी के डिप्टी डायरेक्टर सौरभ जैन की भूमिका संदिग्ध है, लेकिन बली का बकरा सुरक्षा गार्ड देव सिंह को बनाया जा रहा है।

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जेल में हो रही मारपीट

मीडिया से बातचीत में रूबी ने साफ कहा कि उसे जेल में प्रताडि़त किया जा रहा है। उसने बताया कि जेल में कार्यरत महिला कांस्टेबल प्रेमलता द्वारा उसके साथ मारपीट की जा रही है। आशंका जताई कि यह सब कुछ उसे डराने के लिए किया जा रहा है। उसने महिला कांस्टेबल पर दूसरे पक्ष के साथ मिले होने के की भी बात कही।

गार्ड के साथ जुटे लोग

गार्ड देव सिंह को गलत तरीके से फंसाए जाने के समर्थन में सामाजिक संगठन व एडवोकेट जुटने लगे हैं। लोगों का मानना है कि डिप्टी डायरेक्टर सौरभ जैन खुद को बचाने के लिए देव सिंह को हथियार बना रहे हैं।

मंडे को लगेगी बेल एप्लीकेशन

रूबी चौधरी को क्ब् दिन की न्यायिक हिरासत में फिर से जेल भेज दिया गया है। उसके वकील एडवोकेट अरुण खन्ना ने बताया कि मामले में मंडे को रूबी के बेल अप्लीकेशन कोर्ट में डाली जाएगी।