- नकल में लिप्त कॉलेजों में फिर परीक्षा देंगे स्टूडेंट्स

- आपत्तियों के बाद केन्द्रों में हो सकता है संशोधन

आगरा। डॉ। भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय द्वारा नियमों को ताक पर रख मुख्य परीक्षा के लिए केन्द्र निर्धारित किए गए हैं। जबकि शासन द्वारा इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। औटा ने यूनिवर्सिटी पर केंद्र निर्धारण में सौदेबाजी का आरोप लगाया है। हालांकि 400 से अधिक केन्द्रों की लिस्ट जारी की गई है। इस पर अस्सी से अधिक केन्द्रों पर आपत्ति दर्ज कराई है। फिलहाल विवि अधिकारियों द्वारा दर्ज की गई आपत्तियों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

डिबार केंद्र भी शामिल

विश्वविद्यालय द्वारा केन्द्र निर्धारण प्रक्रिया पर ऐसे महाविद्यालयों को केन्द्र बनाया गया है, जिन्हें पिछले वर्ष नकल में लिप्त पाया था। सौदान सिंह महाविद्यालय, डॉ। प्रभाश महाविद्यालय, वनस्थली सहित एक दर्जन से अधिक महाविद्यालयों में नकल पकड़ी गई थी। खुद कुलपति ने इनको डिबार घोषित कर दिया था, लेकिन इसके बाद भी यह कॉलेज परीक्षा केन्द्र की फेहरिस्त में शामिल हैं।

नियमों की अनदेखी

मुख्य परीक्षा में केन्द्र बनाने के लिए शासन से जारी किए नियमों की पूरी तरह अनदेखी की गई है। सरकार द्वारा नकल में लिप्त पाए गए कॉलेजों को केन्द्र बनाने पर रोक लगाई गई है। जिससे परीक्षा के दौरान होने वाली नकल पर अंकुश लगाया जा सके। साथ ही दूसरे कॉलेज संचालक भी सबक लेकर परीक्षा में गुणवत्ता का ध्यान रख सकें। लेकिन, विवि अधिकारियों ने एक बार फिर परीक्षा केन्द्र के लिए ऐसे कॉलेजों का चयन किया है।

मानक का ध्यान नहीं

परीक्षार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तीन किलो मीटर के दायरे में केन्द्र निर्धारण के आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन विवि द्वारा 40 किमी दूर परीक्षा के न्द्र बनाए गए हैं, इससे परीक्षार्थियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। देव एजूकेशन बरहन के सेंटर एसडी भदावर कॉलेज को शामिल किया गया है।

सेंटर किए गए एक्सचेंज

झरना नाला स्थित वनस्थली महाविद्यालय के परीक्षार्थियों को सेंटर सालासर इंस्टीट्यूट आगरा से एक्सचेंज किया है। इसी तरह केआर एजूकेशन इंस्टीट्यूट, हेरीटेज बिजनेस कॉलेज, आरसी शर्मा कॉलेज लादूखेड़ा, राजा एसपी सिंह कॉलेज इटौरा का सेंटर एक्सचेंज किया है। इस मामले में औटा पदाधिकारियों को कहना है कि इससे कॉलेज संचालक एक दूसरे के परीक्षार्थियों को आसानी से नकल मुहैया करा सकेंगे।