-ग्रीन स्वीट हाउस के सामने इंदिरा मैराथन के रूट पर बनाई जा रही थी सड़क

-धावक दौड़ रहे थे और सड़कें बन रही थीं, जिला प्रशासन के दावे की खुली पोल

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PRAYAGRAJ: शहरी इलाकों में कुंभ के मद्देनजर कराए जा रहे कार्यो के बीच टूटी-फूटी सड़कों को इंदिरा मैराथन से पहले दुरुस्त करने का दावा जिला प्रशासन की ओर से किया गया था। लेकिन सड़कों को दुरुस्त करना तो छोडि़ए मैराथन के रूट पर ही पीडब्लूडी की ओर से सड़क बनाई जा रही थी। इसकी वजह से एक के पीछे एक चल रहे धावकों की एकाग्रता भंग हुई। हद तो ये कि दौड़ के बावजूद काम कर रहे कर्मचारियों ने धावकों के गुजरने के दौरान भी काम बंद करना उचित नहीं समझा।

पहले मोर्चे पर ही टूटा नियम

इंदिरा मैराथन का शुभारंभ आनंद भवन के सामने से हुआ था। धावकों का जत्था एक के पीछे एक चल रहा था। पहला जत्था जैसे ही म्योहाल चौराहे के पास पहुंचा वहां पहले से ट्रैफिक पुलिस के जवान खड़े रहे लेकिन चौराहे से रूट के मार्ग बाएं की जगह धावकों का जत्था दाई ओर से निकला। इसकी बड़ी वजह यही रही कि चौराहे के बाई ओर बड़े-बड़े गड्ढे थे। उन्हें देखकर धावकों ने दाई ओर का रूख कर लिया।

चौराहों पर अनियंत्रित रहा ट्रैफिक

पत्थर गिरजाघर से बाईं ओर मैराथन का रूट बनाया गया था। सुबह सात बजे के लगभग जब धावकों का पहला जत्था सुभाष चौराहे की ओर बढ़ रहा था। ठीक उसी समय सरदार पटेल मार्ग की ओर से रोडवेज की बस जा रही थी तो दूसरी तरफ से टेंपो व दो पहिया वाहन वाले गुजर रहे थे। पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे लेकिन कोई ट्रैफिक को नियंत्रित नहीं कर सका। यही हाल मेडिकल कॉलेज चौराहे से सीएमपी डिग्री कॉलेज के पुल से ठीक पहले तक दिखा। मेडिकल कॉलेज चौराहे से दाई ओर धावकों का जत्था जा रहा था तो उसकी उल्टी दिशा से चार पहिया, ई-रिक्शा व टेंपो वाले गुजरते रहे।

खुले रहे सीवर के चैंबर

बैरहना चौराहे के आसपास कई जगह सीवर लाइन के चैंबर खुले थे तो चौराहे से लेकर बांगड़ धर्मशाला के बीच डिवाइडर का मलबा रुट पर पड़ा हुआ था। कुछ ऐसा ही नजारा नए यमुना पुल से लेकर नैनी एग्रीकल्चर तक दिखाई दिया। वहां सड़क चौड़ीकरण के कार्य की वजह से जगह-जगह धूल ही धूल और बड़े-बड़े गड्ढे दिखाई दे रहे थे। इसकी वजह से धावकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

नो इंट्री के बावजूद घुसे वाहन

अव्यवस्था का आलम मैराथन के रूट पर दिखाई दिया तो मदन मोहन मालवीय स्टेडियम के पीछे भी निर्देश का उल्लंघन किया गया। हाईकोर्ट ने स्टेडियम परिसर में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई है इसके बावजूद एसडीएम करछना अर्पित गुप्ता की गाड़ी स्टेडियम के अंदर तक गई। यही नहीं समापन समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सांसद श्यामाचरण गुप्ता के साथ चल रही गाडि़यां भी सीधे स्टेडियम के अंदर तक पहुंच गईं।