-ब्रिटिश काउंसिल के ग्रांट फंडेड प्रोजेक्ट के तहत हुआ विजिट

-मकसद था यूके के कल्चर व एजुकेशन की बारीकियों को समझना

JAMSHEDPUR: आरवीएस एकेडमी के एक डेलिगेशन ने ब्रिटिश काउंसिल ग्रांट फंडेड प्रोजेक्ट के तहत न्यू कैसल के डरहम व यूके स्थित कैंसेट एकेडमी का विजिट किया। इस एजुकेशनल विजिट में एकेडमी की प्रिंसिपल वीणा तलवार व ट्रेजरर शत्रुघ्न सिंह शामिल थे। इस विजिट का उद्देश्य इंडिया व यूके के कल्चर और एजुकेशन की बारीकियों को समझना था। क्9 से ख्भ् जनवरी तक के विजिट के बाद वापस लौटीं प्रिंसिपल वीणा तलवार ने बताया कि इंटरेक्टिव टीचिंग व लर्निग कठिन सब्जेक्ट को भी आसान व रोचक बना देते हैं। इस लिहाज से उन्हें इस विजिट में काफी कुछ सिखने को मिला। उन्होंने बताया कि यूके के लोगों की सौहा‌र्द्रता व विनम्रता ने उन्हें काफी प्रभावित किया। प्रिंसिपल ने कहा कि हम भी उनकी कार्यक्षमता व बारीकियों को आत्मसात कर कंट्री को उन्नत बनाने की दिशा में बेहतर काम कर सकते हैं।

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एमएनपीएस के स्टूडेंट्स ने मारी बाजी

पेट्रोलियम कंजर्वेशन एंड रिसर्च एसोसिएशन (पीसीआरए) द्वारा हाल ही में इंटर स्कूल लेवल पर आयोजित फ्यूल सेविंग लीग क्विज के कोलकाता में जोनल लेवल प्रतियोगिता में मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल (एमएनपीएस) के क्लास नौ के अभिज्ञान किशोर और आर शशांत विनर बने। कॉन्टेस्ट में ख्क् स्कूल्स ने पार्टिसिपेट किया। एमएनपीएस की टीम ईस्टर्न रीजन के ख्ख् स्कूल्स में चौथे स्थान पर रहे। एमएनपीएस फैमिली ने इन स्टूडेंट्स की सराहना की।

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नवजात का हुआ सफल ऑपरेशन

ब्रह्मानंद नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल के पीडिएट्रिक कार्डिएक सर्जन्स की टीम ने हार्ट की दुर्लभ बीमारी पेटेंट डक्टस ऑर्टेरियोसस (पीडीए) से पीडि़त एक ब्भ् दिन के नवजात की री-कंस्ट्रक्टिव हार्ट सर्जरी करने में सफलता पाई। इस प्री-मैच्योर बेबी का वजन सिर्फ दो किलो था। वजन और आकार कम होने की वजह से नवजात को एनेस्थिसिया देना और ऑपरेशन करना बेहद मुश्किल काम था, लेकिन डॉक्टर्स ने इस चुनौती को स्वीकार किया और सफलतापूर्वक री-कंस्ट्रक्टिव हार्ट सर्जरी की। सर्जरी करने वाले हॉस्पिटल के कंसलटेंट कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ परवेज आलम ने कहा कि बच्चे को जब उनके पास लाया गया, तो इसे लगातार हार्ट फेल्योर की समस्या और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। उन्होंने इसे एक जन्मजात बीमारी पीडीए बताया। उन्होंने कहा कि सर्जरी में थोड़ी सी भी गलती बच्चे की जान जोखिम में डाल सकती थी। उन्होंने कहा कि सर्जरी सफल रही और बच्चे में सुधार हो रहा है।