एक बार फिर ये चर्चा इसलिए क्योंकि एशिया कप में शुक्रवार को भारतीय टीम बांग्लादेश के विरुद्ध खेलने जा रही है। अब सचिन अगर शतक नहीं बना पाए तो आलोचक कहेंगे कि सचिन एक कमज़ोर टीम के विरुद्ध भी शतक नहीं जड़ पाए और अगर सचिन ने शतक बना दिया तो आलोचक शायद ये कहें कि 'देखा 100वाँ अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने के लिए एक कमज़ोर टीम का सहारा लिया'।

करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों की पैनी निगाहें सचिन के लिए विरोधी टीम के गेंदबाज़ों से ज्यादा मुश्किलें पैदा कर रही हैं। ये बात जग जाहिर है कि सचिन पिछले एक साल से ज्यादा समय से शतक नहीं लगा पाए हैं मगर हर मैच से पहले शतक की ये चर्चा उन पर दबाव किसी भी तरह कम नहीं कर रही। बल्कि अब तो हर मैच के साथ ये दबाव भी बढ़ ही रहा है।

सिर उठाते सवाल

सचिन को भगवान कहने वाले और उनकी पूजा करने वाले इस विषय पर चर्चा करने से बचने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं मीडिया ने हर मैच के बाद सचिन की टीम में जगह पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।

जिन सचिन की फ़िटनेस और प्रतिबद्धता के कसीदे पढ़े जाते थे अब उन पर नज़रें तरेरी जा रही हैं। ऐसे में सचिन अगर ढाका में ये शतक शुक्रवार के मैच में पूरा कर लेते हैं तो सचिन के प्रशंसक और शायद ख़ुद सचिन भी चैन की साँस लेंगे कि अब वह खुलकर खेल सकते हैं।

सचिन की मुश्किलें बढ़ाई हैं विराट कोहली जैसे युवा खिलाड़ी के बेहतरीन प्रदर्शन ने। उनका हर शतक अनचाहे उन्हें सचिन के सामने दूसरे पाले में खड़ा कर दे रहा है जिनसे सचिन की तुलना की जाने लगी है।

उन्होंने लगातार दो मैचों में श्रीलंका के विरुद्ध बेहतरीन शतक जड़े हैं, लोग तो मज़ाक में ये भी कहने लगे हैं कि काश कोई अपना एक शतक सचिन के नाम कर सकता जिससे ये सौवें शतक का झंझट समाप्त हो जाता।

मज़बूत भारत

ऐसे में एशिया कप में शुक्रवार को बांग्लादेश के विरुद्ध होने वाले मैच पर क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें सिर्फ़ इसलिए लगी होंगी कि सचिन का शतक पूरा होता है या नहीं।

दिलचस्प ये भी देखना होगा कि अगर सचिन ने शतक ठोंक दिया तो मीडिया के लिए बड़ी ख़बर सचिन का शतक बनेगी या वह शुक्रवार को ही पेश हो रहे भारत के केंद्रीय बजट की चर्चा को तवज्जो देगा।

यूँ तो घरेलू मैदान पर बांग्लादेश की टीम शेर रहती है मगर पिछले कुछ वर्षों में वह घरेलू मैदान पर भी भारतीय टीम के हाथों हारती ही आ रही है।

ऐसे में अगर भारतीय टीम ये मैच हारती है तो वो बड़ा उलटफेर होगा जिसकी संभावना यूँ तो कम है मगर फिर ये खेल क्रिकेट का है जहाँ कुछ भी संभव है।

विश्लेषक ये देखना चाहेंगे कि भारतीय टीम में इस मैच में कुछ नए चेहरों को जगह दी जाती है या एक बार फिर उन्हीं खिलाड़ियों को मौका मिलेगा जो पिछले कुछ समय से नियमित रूप से भारतीय टीम का हिस्सा बने हुए हैं।

पाकिस्तान श्रीलंका को हराकर इस टूर्नामेंट के फ़ाइनल में जगह पक्की कर चुका है और भारत अगर बांग्लादेश को हरा देता है तो भारत पाकिस्तान के बीच फ़ाइनल की राह बन जाएगी।

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