टेस्ट और वनडे दोनों ही तरह के क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड रखने वाले सचिन 50-50 ओवरों के मैच को 25-25 ओवरों की दो पारियों वाले मैच में बदलने के हिमायती हैं।

मीडिया में इससे पहले इस बात की चर्चा कर चुके सचिन ने अभी तक इस बारे में औपचारिक रूप से आईसीसी को कोई पत्र नहीं लिखा था मगर इस बार सचिन ने वह भी कर दिया।

ब्रिटेन के टाइम्स अख़बार ने इस बारे में ख़बर छापते हुए लिखा है कि उसने सचिन का वह पत्र देखा है जिसमें लिखा है, "क्रिकेट के तीनों फ़ॉर्मेट किस तरह एक साथ रहें और आगे कैसे बढ़ा जाए इस पर मैं काफ़ी समय से सोच विचार कर रहा था."

वह कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक टीम को अगर 25 ओवर खेलने को मिलते हैं तो इससे टॉस का मैच पर होने वाला असर ख़त्म हो जाएगा क्योंकि तब मौसम क्रिकेट को प्रभावित नहीं करेगा।

तेंदुलकर ने बैटिंग और गेंदबाज़ी टीमों की ओर से लिए जाने वाले पावर प्ले में भी बदलाव की सिफ़ारिश की है। उन्हें लगता है कि 25 ओवरों की पारी में सिर्फ़ दो ही पावर प्ले होने चाहिए और दोनों बल्लेबाज़ी करने वाली टीम की मर्ज़ी पर हों।

वैसे साथ ही सचिन एक गेंदबाज़ के लिए तय की गई अधिकतम 10 ओवरों की सीमा को भी बढ़ाना चाहते हैं। उनके अनुसार कम से कम चार गेंदबाज़ों को 12 ओवर करने की छूट होनी चाहिए।

मौसम की वजह से ही भारत को 1996 के विश्व कप के सेमीफ़ाइनल में श्रीलंका के हाथों ईडन गार्डन्स पर हार का सामना करना पड़ा था।

तेंदुलकर ने भारत में पिछले दिनों हुए विश्व कप का उदाहरण देते हुए कहा है कि किस तरह इंग्लैंड के मैच दो बार मौसम की वजह से प्रभावित हुए।

उन्होंने एक तो बंगलौर वाले मैच का ज़िक्र किया है जहाँ बाद में बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड ने भारत के बड़े स्कोर का पीछा कर लिया था और मैच टाई हो गया था।

इसके अलावा वहीं पर आयरलैंड ने बाद में बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड के बड़े स्कोर को भी छोटा साबित कर दिया था और चौंकाने वाली जीत हासिल की थी।

वैसे आईसीसी ने पिछले दिनों कई बार 50 ओवरों के विश्व कप की सफलता के गुण गाए हैं और इन हालात में सचिन तेंदुलकर की ये माँग मान ली जाए ये आसान नहीं लगता।

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