गेंद को नहीं मिलती रिवर्स स्विंग
नई दिल्ली (पीटीआई)। हाल ही में वनडे में लगे रनों के अंबार से चिंतित क्रिकेट दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने इस प्रारूप में दो नई गेंदों के इस्तेमाल की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह तबाही का सबब बन सकता है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी सचिन का समर्थन किया है। मालूम हो कि इंग्लैंड ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में सर्वोच्च स्कोर बनाया था। तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखा, 'वनडे में दो नई गेंदों का इस्तेमाल नाकामी को न्योता देने जैसा है। गेंद को उतना समय ही नहीं मिलता कि रिवर्स स्विंग मिल सके। हमने डेथ ओवरों में लंबे समय से रिवर्स स्विंग नहीं देखी।' वहीं, विराट ने माना कि इससे क्रिकेट गेंदबाजों के लिए 'क्रूर' हो गया है, खासकर सपाट पिचों पर। उन्होंने कहा, 'मैंने तब वनडे क्रिकेट खेला, जब केवल एक नई गेंद की इजाजत थी। तब रिवर्स स्विंग आधी पारी के बाद एक बड़ा फैक्टर होती थी, जो एक बल्लेबाज के तौर पर मेरे लिए चुनौतीपूर्ण होती थी।'
वनडे में बन रहे बड़े-बड़े स्कोर
हाल ही में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में छह विकेट पर 481 रन बनाए, जबकि अगले वनडे में 312 रन का लक्ष्य 45 ओवरों में हासिल कर लिया था। ऐसे में वनडे क्रिकेट गेंदबाजों के लिए कितना क्रूर होता जा रहा, इसका अंदाजा अभी से लग गया। यही नहीं इंग्लिश कप्तान इयोन मोर्गन ने तो वनडे में 500 रन बनाने का लक्ष्य तक बना लिया। इसका मतलब साफ है कि आने वाला समय गेंदबाज बस पिटाई खाने के लिए रह जाएगा।
सचिन को मिला वकार का साथ
रिवर्स स्विंग के महारथी पाकिस्तान के वकार युनूस ने भी तेंदुलकर का समर्थन किया। उन्होंने कहा, 'यही वजह है कि अब आक्रामक तेज गेंदबाज नहीं निकलते। सभी रक्षात्मक खेलते हैं। सचिन से पूरी तरह सहमत हूं रिवर्स स्विंग खत्म ही हो गई है।' आपको बता दें कि आईसीसी ने अक्टूबर 2011 में वनडे में दो नई गेंदों का प्रयोग शुरू किया था।
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