-रात साढे़ दस बजे सचिन अपने परिजनों और दोस्तों सहित चार दुकान पहुंचे

-सिस्टर बाजार व चार दुकान क्षेत्र में वे मैगी व कॉफी का मजा लेते नजर आए

-सचिन के नए बंगले में न्यू ईयर पार्टी की पूरी तैयारियां जोरों पर हैं

MUSSOORIE : सचिन ने अब अपने घूमने के समय में बदलाव कर दिया है। हाड़ कंपाती ठंड के बावजूद देर रात दस बजे के बाद लंढौर कैंट के सिस्टर बाजार व चार दुकान क्षेत्र में मैगी व कॉफी का मजा लेते नजर आए। सूत्रों के अनुसार सचिन के नए बंगले में न्यू ईयर कि तैयारियां जोरो पर हैं। अब न्यू ईयर सेलिब्रेशन के बाद ही सचिन मुंबई रवाना होंगे।

सचिन के प्रशंसक वहां से चले गये

शुक्रवार सवेरे से ही चार दुकान क्षेत्र में सचिन के प्रशंसकों का देर शाम तक जमावड़ा लगा रहा, लेकिन शाम लगभग आठ बजे वहां के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी, जिससे सचिन के प्रशंसक वहां से चले गये। रात साढे़ दस बजे सचिन अपने परिजनों व दोस्तों के साथ चहल कदमी करते हुए चार दुकान पहुंचे। तो वहां की सभी दुकाने व रेस्तरां खुल गये। शनिवार को सचिन संजय नारंग के नये बंगले ढहलिया बैंक परिसर में ही रहे, जहां पर नया साल मनाने के लिए जोरदार तैयारियां चल रही हैं।

बोथल बैंक परिसर में ठहराया गया

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ढहलिया बैंक आवासीय परिसर में उद्योगपति संजय नारंग लगभग दो महीने पहले ही गृह प्रवेश कर चुके थे, लेकिन अभी भी वहां पर सजावट का कार्य चल रहा था। इसलिए सचिन इस बार मसूरी आए तो उनको बोथल बैंक परिसर में ठहराया गया। अब नये साल मनाने का आयोजन भी ढहलिया बैंक परिसर मे ही होना है इसलिए सचिन शुक्रवार को वहां शिफ्ट हो गए। नया साल मनाने के बाद सचिन आगामी फ् जनवरी को वापिस मुंबई लौट जाएंगे।

समझौता नहीं किया गया

वैसे भी ढहलिया बैंक संजय नारंग का ड्रीम प्रोजेक्ट कहलाता है। इसके निर्माण में दिल खोलकर पहाड़ी शैली को अपनाया गया है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया गया है। परिसर में प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से आधुनिक कंप्यूटराइज्ड है। बंगले के अंदर टेनिस कोर्ट पांच दर्जन लोगों के लिए बनाया गया है। होम थिएटर व आधा दर्जन बेडरूम के अलावा परिसर के पूर्वी छोर पर किलेनुमा बुर्ज पहाड़ी पत्थरों से बनाया गया है।

संजय ने बड़ी रूचि लेकर बनाया

कुछ लोगों का मानना है कि ढहलिया बैंक को उनके मित्र संजय नारंग ने बड़ी रूचि लेकर बनाया है। भले ही इसका मालिकाना रिकॉर्ड संजय नारंग के नाम से है, लेकिन बना सिर्फ सचिन के लिए ही है, जिसके विशाल परिसर में सचिन को प्रशंसकों से कोई व्यवधान नहीं पहुंचेगा।