RANCHI: सदर हास्पिटल की खराब स्थिति को देखते हुए सिविल सर्जन लेबर वार्ड को डोरंडा स्टेट डिस्पेंसरी में शिफ्ट करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद डिलीवरी के लिए आने वाली महिलाओं का डोरंडा में ही इलाज चलेगा। वहीं, जेनरल वार्ड के मरीजों का इलाज सदर हास्पिटल के ग्राउंड फ्लोर में चलेगा। हास्पिटल की बिल्डिंग मेंटेनेंस को लेकर यह तैयारी की जा रही है। कुछ दिनों पहले लेबर वार्ड को तत्काल सुपरस्पेशियलिटी में शिफ्ट करने की तैयारी थी। लेकिन कंस्ट्रक्शन कंपनी का बिल भुगतान होने तक बिल्डिंग हैंडओवर नहीं करने की बात कही गई है।

छत से टपक रहा पानी

हास्पिटल बिल्डिंग की छत से कई दिनों से पानी टपक रहा है। इससे बरसात में मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। ऐसे में अगर छत गिरती है, तो लेबर रूम में भर्ती मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में सिविल सर्जन ने ज्यादा इंतजार नहीं करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि लेबर रूम को तत्काल शिफ्ट कर दिया जाएगा।

ओपीडी तोड़ कर बनी बिल्डिंग

सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल बनाने के लिए सदर हास्पिटल के ओपीडी व क्वार्टरों को तोड़ा गया था। इसके बाद उसी जगह पर बिल्डिंग बनाई गई। लेकिन अपने ही हास्पिटल के लिए सदर को जगह नहीं मिल पा रही है।

गायनी ओपीडी में देखेंगे डॉक्टर

मेंटेनेंस के दौरान ग्राउंड फ्लोर का जेनरल वार्ड और ओपीडी यथावत चलता रहेगा। साधारण बीमारियों के मरीज व गायनी ओपीडी में महिलाएं डॉक्टरों से संपर्क कर सकेंगी। वहीं, गंभीर मरीजों की स्थिति देखते हुए उन्हें रिम्स या फिर डोरंडा हास्पिटल शिफ्ट किया जाएगा।

बकाया को लेकर बिल्डिंग देने को तैयार नहीं कंस्ट्रक्शन कंपनी

सदर हास्पिटल का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसमें करोड़ों रुपए का काम कंपनी ने बिना किसी टेंडर के ही कर दिया। अब कंपनी बकाया भुगतान होने तक बिल्डिंग देने को तैयार नहीं है। कंपनी का कहना है कि बिल्डिंग हैंडओवर करने के बाद उसे बिल का भुगतान नहीं किया जाएगा। चूंकि मौखिक रूप से कंपनी को काम करने के लिए कहा गया था।

डोरंडा स्टेट डिस्पेंसरी में शुरू हुई सर्जरी

डीपीएम महेश कुमार ने बताया कि डोरंडा स्टेट डिस्पेंसरी में सर्जरी की शुरुआत कर दी गई है। इससे सर्जरी के लिए मरीजों को सदर और रिम्स के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। पहले हास्पिटल में ओपीडी चलता था। वहीं डिलीवरी के लिए महिलाएं आती थीं। इसके अलावा कुपोषण से पीडि़त बच्चों का भी इलाज वहां किया जाता है।