RANCHI: अगर आपको भी सदर हॉस्पिटल में डॉक्टर टेस्ट कराने की सलाह देते हैं, तो वहां टेस्ट कराना आपके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है। जहां ब्लड टेस्ट कराने पर डरावनी रिपोर्ट आ सकती है। चूंकि हॉस्पिटल में मरीजों का लिया गया सैंपल रखने का कोई सिस्टम ही नहीं है। एक गुच्छे में सैकड़ों सीरिंज में लगी पर्ची ही उसकी पहचान है। पर्ची हटी तो मरीजों की रिपोर्ट भी बदल जाएगी। इसके बावजूद न तो इसकी चिंता सदर हास्पिटल के अधिकारियों को है और न ही वहां काम करने वाले स्टाफ इसे लेकर गंभीर हैं।

सीरिंज में ही रख रहे ब्लड सैंपल

मरीजों का सैंपल कलेक्ट करने के लिए सीरिंज का यूज किया जाता है। इसके बाद सैंपल निकालकर वायल में रखना है। लेकिन स्टाफ्स की लापरवाही के कारण सैंपल सीरिंज में ही पड़ा रहता है। जिस पर मरीजों के नाम की पर्ची लगा दी जाती है। उसी से मरीजों का सैंपल टेस्ट करने के बाद रिपोर्ट दी जाती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीजों की रिपोर्ट कितनी सही आएगी।

सैंपल रखने की प्रॉपर व्यवस्था नहीं

मरीजों का सैंपल कलेक्ट करने के बाद इसे वायल में स्टोर किया जाता है। वहीं अगले दिन टेस्ट किए जाने वाले सैंपल को फ्रीज में स्टोर करना चाहिए। लेकिन हॉस्पिटल के लैब में सैंपल को रखने की भी प्रॉपर व्यवस्था नहीं है। जबकि इसके लिए विभाग को पर्याप्त मात्रा में वायल की भी सप्लाई की जाती है। इतना ही नहीं, सैंपल स्टोर करने के लिए फ्रीज भी उपलब्ध कराया गया है। इसके बावजूद मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

पर्ची उड़ी तो बदल जाएगी आपकी रिपोर्ट

हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों की जांच के लिए सैंपल कलेक्ट करने के बाद उसमें कागज की पर्ची लगा दी जाती है। ऐसे में अगर पर्ची उड़ी तो मरीज का सैंपल ढूंढना भी मुश्किल हो जाएगा। वहीं मरीजों की रिपोर्ट भी बदल जाएगी। इसके अलावा मरीजों को गलत रिपोर्ट भी जारी करने का खतरा बना हुआ है।

बिना ग्लब्स व मास्क के स्टाफ

हॉस्पिटल में हर दिन 500 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। वहीं 100 से अधिक मरीज इनडोर में एडमिट हैं। जिनका टेस्ट करने के लिए लैब में भेजा जाता है। लेकिन स्टाफ्स भी टेस्ट करने के दौरान पूरी लापरवाही बरतते हैं। बिना मास्क और ग्लब्स पहने ही वे मरीजों का सैंपल टेस्ट करते हैं। इससे सैंपल के भी इंफेक्टेड होने का खतरा बना हुआ है।

वर्जन

ऐसी जानकारी तो फिलहाल मुझे नहीं मिली है। लेकिन यह गंभीर मामला है। इस मामले में दोषियों पर एक्शन लिया जाएगा।

निधि खरे, प्रिंसिपल सेक्रेटरी, हेल्थ डिपार्टमेंट