ये हैं फ्यूल चोरी करने के तरीके
1. फ्यूल स्टेशन वाले फ्यूल मशीन में एक इलेक्ट्रानिक चिप लगा देते है। ये चिप मशीन के डिस्प्ले बोर्ड और सर्किट में ऐसा बदलाव कर देती है कि आपको स्क्रिन पर आपकी बताई हुई फ्यूल मात्रा दिखती है, लेकिन असल में आपकी गाड़ी में कम ईधन भता है।

2. कंट्रोलिंग अथॉरिटी मशीन में एक सॉफ्टवेयर इन्स्टॉल करती है, जिससे कोई फ्यूल चोरी ना करे। फ्यूल स्टेशन वाले इस सॉफ्टवेयर को रीसेट कर ऐसा सेट करते है कि आपको दाम के मुकाबले कम पेट्रोल ही मिलता है।

3. कई फ्यूल स्टेशन वाले मशीन के मीटर को ऐसे रीसेट कर देते है कि वो जरूरत से ज्यादा तेज भागने लगता है और आपको पेट्रोल कम मिलता है।

4. कई बार पेट्रोल पंप पर पेट्रोल डालने वाले लोग गाड़ी में फ्यूल भरने के लिए नोजल अंदर ड़ालते है और बाद में धीरे से उसका स्वीच ऑफ कर देते हैं। ऐसा करने से आपकी गाड़ी में पेट्रोल भरना तो बंद हो जाता है लेकिन मीटर चलता रहता है।

ऐसे करें बचाव
हम आपको बताते हैं कुछ तरीके जिससे आप खुद को पेट्रोल पंप पर लुटने से बचा सकें।

1. अगर आपको लग रहा कि पेट्रोल ड़ालने वाले नोजल में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ हो रही है तो, बिना देर करें आप नोजल को टंकी के ऊपर रखावाकर फ्यूल भरवाएं। ऐसे में आपको दिखता रहेगा की पेट्रोल टंकी में डाला जा रहा है कि नहीं।

2. फ्यूल भरवाने से पहले मशीन कासे प्रीसेट करवा लें।

3. ईधन की क्वांटिटी में शक होने पर पंप वाले से बोले की वो फ्यूल का केलीब्रेटेड मेजर करें। बता दें की ये मेजर 5 लीटर के ईधन पर होता है।

4. आपको लग रहा कि कोई पेट्रोल स्टेशन पेट्रोल में धांधली कर रहा है तो तुरन्त उसकी शिकायत पेट्रोल पंप के सेल्स ऑफिसर से करें। सेल्स ऑफिसर का नंबर पेट्रोल पंप पर ही लिखा होता है।

5. इस बात का हमेशा ध्यान दें कि मशीन पर ईधन ड़ालने से पहले जीरो रीडिंग ही हो।

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