-शहीद अनूप की शहादत पर घर में मातम का माहौल

-परिजनों को ढांढस देने मंत्री दिनेश अग्रवाल पहुंचे

-पार्थिव शरीर का आज होगा अंतिम संस्कार

DEHRADUN: देश के हिफाजत के लिए उत्तराखंड का एक और सपूत शहीद हो गया। जेएंडके के कुपवाड़ा में एलओसी पर ड्यूटी के दौरान गोरखा रेजीमेंट के हवलदार अनूप थापा की आतंकियों से मुठभेड़ हो गई। जवाबी फाय¨रग में अनूप ने घुसपैठ को तो नाकाम कर दिया, लेकिन दुश्मनों की गोलीबारी में वे शहीद हो गए। खबर घर पहुंची तो उनके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। रविवार को मंत्री दिनेश अग्रवाल परिजनों को ढांढस देने उनके घर पहुंचे।

परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल

देहरादून-दिल्ली हाईवे पर डाट काली मंदिर के पुजारी उमाशंकर के सबसे बड़े बेटे अनूप कुमार थापा (उम्र ब्0) साल क्99ब् में सेना में भर्ती हुए थे। बेहद मिलनसार स्वभाव के अनूप गोरखा रेजीमेंट में तैनात थे। बताया जा रहा है कि एक महीने पहले ही उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर नियंत्रण रेखा पर हुई थी। बीते शुक्रवार वहां कुछ आतंकी घुसपैठ की फिराक में थे। इसी दौरान हुई मुठभेड़ में अनूप को गोली लग गई। शनिवार को अनूप की शहादत की खबर डाट काली मंदिर स्थित उनके घर पहुंची तो पिता उमाशंकर, पत्नी नूतन, अनूप के क्ख् वर्षीय बेटे मोक्ष का रो-रोकर बुरा हाल है। रविवार देर शाम अनूप थापा का शव हवाई मार्ग से देहरादून पहुंचा। सोमवार को चंद्रबनी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताया जा रहा है कि अनूप के भाई रोहित थापा की भी मौत ख्0क्ब् में हुई। रोहित भी गोरखा रेजिमेंट में जवान थे। अब उनके घर में कमाने वाला कोई नहीं है।

आधी रात में घुसे आतंकी

जानकारी के अनुसार चार आतंकियों ने हथियारों से लैस होकर शुक्रवार आधी रात में कुपवाड़ा जिले के शालबटु इलाके में घुसने का प्रयास किया। इस दौरान अनूप गश्त पर थे, उन्होंने बाकी जवानों के साथ आतंकियों को समर्पण के लिए कहा, लेकिन बदले में उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान अनूप सहित दो जवानों को गोली लग गई, दूसरे जवान का उपचार जारी है।