- ऋषिकेश के मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद गंगा घाट पर किया गया शहीद का अंतिम संस्कार

- सीएम टीएसआर और विधानसभा स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने दी श्रद्धांजलि

RISHIKESH: शहीद विकास गुरुंग का सोमवार को ऋषिकेश के मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद गंगा घाट पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले हजारों नम आंखों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भी शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

पाकिस्तानी गोलाबारी में हुए थे शहीद

शनिवार को जम्मू-कश्मीर में नौशेरा के लाम सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलाबारी में 2/1 गोरखा रायफल में तैनात गुमानीवाला निवासी रायफलमैन विकास शहीद हो गए थे। शहीद का पार्थिव शरीर रविवार को उनके पैतृक आवास पहुंचा था। सोमवार सुबह सेना के जवानों ने शहीद के पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद अंतिम यात्रा गुमानीवाला, आईडीपीएल सिटी गेट, कॉलेज तिराह, ऋषिकेश शहर होते हुए कैलाश गेट से पूर्णानंद घाट पहुंची। यहां 24 फील्ड रेजीमेंट के जवानों ने हवा में 32 राउंड फायर कर शहीद को सशस्त्र सलामी दी। गंगा घाट पर लामा रीति से अंतिम संस्कार किया गया, पिता रमेश गुरुंग ने बेटे को मुखाग्नि दी। इससे पहले सुबह करीब नौ बजे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शहीद के घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम ने कहा कि ऐसे वीरों के कारण ही हमारा देश सुरक्षित है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद विकास की स्मृति में द्वार बनाने, उनकी एक आदमकद मूर्ति स्थापित करने और गुलरानी फार्म का नाम शहीद के नाम पर करने की घोषणा की। इस अवसर पर विधायक गणेश जोशी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, ऋषिकेश नगरपालिका के निवर्तमान अध्यक्ष दीप शर्मा, मुनिकीरेती शिवमूर्ति कंडवाल, व्यापार सभा के अध्यक्ष नवल कपूर, नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष जयदत्त शर्मा, कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला मौजूद रहे।

शहीद फतेसिंह के घर में कोहराम

RUDRAPRAYAG: अगस्त्यमुनि विकास खंड की बाडव ग्राम सभा के फतेसिंह नेगी रविवार को नागालैंड में नागा विद्रोहियों के हमले में शहीद हो गए। शहीद का पार्थिव शरीर मंगलवार तक गांव पहुंचने की संभावना है। इसके बाद पैतृक घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद अपने पीछे पत्नी व तीन बच्चों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। नागालैंड के मोन जिले में नागा विद्रोहियों के हमले में रविवार दोपहर करीब ढाई बजे 50 वर्षीय हवलदार फतेसिंह पुत्र मुकंद सिंह समेत दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद की पत्नी गीता देवी का रो रोकर बुरा हाल है। शहीद की बड़ी बेटी पूनम की शादी हो चुकी है, जबकि बेटा रोबिन व छोटी बेटी सोनम श्रीनगर गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी कर रहे हैं। इसकी सूचना असम राइफल्स के हेड क्वार्टर से फोन पर शहीद के भाई सतेसिंह नेगी को मिली। इस घटना के बाद से पूरा बाड़व गांव समेत क्यूजां घाटी में शोक की लहर दौड़ गई। सते सिंह ने बताया कि पार्थिव शरीर सोमवार रात्रि को दिल्ली पहुंच जाएगा, इसके बाद सुबह लगभग नौ बजे रुद्रप्रयाग तथा दोपहर तक घर पहुंच जाएगा। बताया कि समय पर पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो मंगलवार को ही अंतिम संस्कार पैतृक घाट चन्द्रापुरी में किया जाएगा।