-ओपीडी न करने पर सीएमओ ने की कार्रवाई

-चिकित्सकों को काम बताने को दिया स्पष्टीकरण

FATEHPUR: काम के प्रति गैर जिम्मेदारी दिखाने पर सीएमओ ने क्भ् चिकित्सकों पर कार्रवाई की कलम चलाते हुए नवंबर माह का वेतन रोक उनसे स्पष्टीकरण तलब कर लिया। इस कार्यवाही के बाद स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों के बीच हड़कम्प मच गया है। काम के मूल्यांकन से बचने के लिए हर कोई जुगाड़ लगाने में जुटा है।

स्वास्थ्य विभाग में जुलाई वर्ष ख्0क्फ् से सरकारी डॉक्टरों के द्वारा प्रतिदिन की जाने वाले कार्यवाही का विवरण माह की एक तारीख से पूर्व विभाग को देना होता है। अभी तक जिले में यह कार्यवाही मात्र खानापूरी थी, लेकिन सीएमओ डा। विनय पाण्डे इस पर सख्त हो गए हैं। उन्होंने आदेश जारी किया है कि जिनकी ओपीडी की स्थिति विभाग के पास आएगी। उसी का वेतन जारी किया जाएगा।

ओपीडी का अर्थ दिन भर के काम काज से है। मतलब डॉक्टर नौकरी में रहते हुए किस दिन कितने रोगी देख रहे है, या फिर वीआईपी डयूटी में है। इसका प्रतिदिन का ब्योरा उन्हें विभाग को सौंपना है। नवंबर माह में क्भ् ऐसे चिकित्सक हैं। जिनके काम का ब्योरा ही उपलब्ध नहीं है। प्रथम दृष्टया इसे काम चोरी मानते हुए सीएमओ ने इन सभी क्भ् चिकित्सकों का वेतन रोक कर इनसे स्पष्टीकरण तलब किया है। कार्रवाई की परिधि में आए डाक्टरों की मुसीबत है, कि वह वीआईपी डयूटी में थे नहीं और मरीज उन्होंने देखे नहीं जबकि उनकी उपस्थिति सीएचसी और पीएचसी में है। तो ऐसी दशा में वह अपना कौन काम विभाग को दिखाए।