बेटियां निभा रही सेल्स गर्ल की जिम्मेदारी, गाडि़यों में भर रही फ्यूल

मर्दो के साथ कंधे से कंधा मिला कर गढ़ रहीं महिला सशक्तिकरण की इबारत

ALLAHABAD: शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र बचा हो जहां महिलाएं पुरुषों की बराबरी करने पीछे हों। प्लेन उड़ाकर सफलता की बुलंदी पर हैं तो इ-रिक्शा चलाने में भी झिझक नहीं है। महिला सशक्तिकरण का कारवां दिन प्रतिदिन आगे बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में बेटियों ने अपने जज्बे से एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। सिविल लाइंस एरिया का एक पेट्रोल पंप इस जज्बे का गवाह बना हुआ है, जहां बेटियों ने सेल्स गर्ल की जिम्मेदारी संभाली है। उनको गाडि़यों में फ्यूल डालते देख लोग इनके जज्बे को सलाम करते नजर आ रहे हैं।

दो महीने पहले शुरू किया काम

अभी तक पेट्रोल पंपों पर पुरुषों को ही पेट्रोल भरते देखा जाता था लेकिन सिविल लाइंस के सरल फ्यूल मार्ट ने नई पहल की है। यहां पिछले दो महीने से लड़कियों को बतौर सेल्स गर्ल गाडि़यों में फ्यूल भरते देखा जा सकता है। यह लड़कियां बड़ी जिम्मेदारी व शालीनता से अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रही हैं। पुरुष प्रधान समाज के लिए भले ही यह कौतूहल का विषय हो लेकिन कामगार बेटियां इसे चैलेंज की तरह ले रही हैं।

घरवालों का भी मिल रहा साथ

सेल्स गर्ल का काम कर रही चौक निवासी मेघना श्रीवास्तव का ग्रेजुएशन कंप्लीट हो चुका है। वह कहती हैं आत्मनिर्भर बनने में क्या बुराई है। हमारा सम्मान भी जीवित है। घरवालों को भी कोई दिक्कत नहीं है। राजापुर की पूर्णिमा ने हाईस्कूल तक पढ़ाई की है। वह कहती हैं कि आजकल की लड़कियों को सबकुछ सीखना चाहिए। काम कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता। लड़कियां चाहें तो कुछ भी कर सकती हैं। तीसरी सेल्स गर्ल सरिता भी अपनी साथियों से पूरा इत्तेफाक रखती हैं।

पहले माहौल दिया फिर कराया काम

पेट्रोल पंप के मालिक संजय सचदेवा कहते हैं कि उनके इस कदम के दो फायदे हुए हैं। एक तो पंप पर आने वाली लेडी कस्टमर खुद को पहले से ज्यादा सहज महसूस करती हैं, इसलिए उनकी संख्या भी बढ़ी है। इससे सेल में इजाफा हुआ है। इसके अलावा कस्टमर्स के व्यवहार में भी बदलाव आया है, सेल्स गर्ल के सामने वह तहजीब के साथ पेश आते हैं। उन्होंने बताया कि समाज में अभी कुछ कामों को महिलाओं के लिए उचित नहीं माना जाता है। लेकिन, सही तरीके से किया जाए तो वह कोई भी काम कर सकती हैं। इन लड़कियों को काम पर रखने के बाद पूरी ट्रेनिंग दी गई और ड्रेसकोड भी उनके मन मुताबिक सलवार सूट रखा गया।

लेडी कस्टमर्स को होगी सहूलियत

सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की मिसाल बने इस पेट्रोल पंप पर जल्द ही महिला कस्टमर्स को दूसरी सहूलियतें भी दी जाएंगी। एक पंप को पिंक कलर से रंगवाने के साथ यहां महिलाओं और सीनियर सिटीजंस को पेट्रोल भरवाने में प्रॉयरिटी दी जाएगी। एक केबिन का निर्माण कराया जा रहा है जहां महिलाओं को मोबाइल चार्ज करने और इंटरनेट के जरिए कम्प्यूटर पर सर्चिग की भी सुविधा मिलेगी। पेट्रोल पंप पर लेडीज बाथरूम भी बनवाया गया है। सेल्स गर्ल फिलहाल सुबह दस से शाम छह बजे की शिफ्ट में काम कर रही हैं।