-एक करोड़ से कम टर्नओवर वाले व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर जाएंगे अधिकारी

-रिटर्न फाइलिंग सहित व्यापारियों की अन्य समस्याएं सुनकर करेंगे निदान

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जीएसटी से आजिज आ चुके व्यापारियों की समस्याएं हैं कि सुलझने का नाम नहीं ले रहीं हैं। रिटर्न फाइलिंग में कभी करेक्शन का झंझट तो कभी सर्वर प्रॉब्लम ने व्यापार का बंटाधार कर दिया है। इस सिचुएशन से निबटने के लिए वाणिज्यकर विभाग ने पहल की है। ऐसे व्यापारियों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों की समस्याओं का समाधान अब वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी करेंगे। इसके लिए व्यापारी नहीं बुलाए जाएंगे, बल्कि विभागीय अधिकारी स्वयं उनके प्रतिष्ठान पर जाएंगे।

31 अगस्त तक चलेगी योजना

एक जुलाई से शुरू वाणिज्यकर विभाग 'आपके द्वार' यह योजना अब मूर्त रूप लेने लगी है। 31 अगस्त तक चलने वाले अभियान में सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी जीएसटी में रजिस्टर्ड व्यापारिक प्रतिष्ठानों का भ्रमण करेंगे। टर्न ओवर से लेकर रिटर्न फाइलिंग में आने वाली समस्याओं का निराकरण करेंगे। यह अभियान शुरू करने का मकसद है कि समाधान योजना में शामिल करीब बीस परसेंट कारोबारी तिमाही रिटर्न नहीं भर रहे हैं। इसके पीछे की वजहों और व्यापारियों को रिटर्न दाखिल करने में आ रही दिक्कतों या फिर कोई और कारण है? इसका पता लगाने के लिए अधिकारी व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर जाएंगे और समस्या का समाधान कराएंगे।

डरे हुए हैं व्यापारी

वाणिज्यकर अधिकारी भले ही योजना के जरिए कारोबारियों की हेल्प करने की सोच रहे हैं मगर कारोबारियों में इसे लेकर भ्रम की स्थिति है। व्यापारियों का मानना है कि अधिकारियों के भ्रमण से उनकी समस्याएं और बढ़ सकती है। क्योंकि भ्रमण व निरीक्षण के नाम पर अक्सर व्यापारियों पर ही कार्रवाई की जाती है।

ये है कमिश्नर का निर्देश

- सभी छोटी इकाईयों जिनका टर्न ओवर एक करोड़ रुपये से कम है के यहां खंड में कार्यरत वाणिज्य कर अधिकारी व असिस्टेंट कमिश्नर स्वयं भ्रमण करेंगे।

- वाणिज्य कर अधिकारी व असिस्टेंट कमिश्नर रोजाना कम से कम 10 यूनिट के कार्य स्थल का भ्रमण करेंगे। भ्रमण के दौरान संबंधित इकाई का टेलीफोन नंबर, ई- मेल आईडी अपडेट किया जाएगा।

- वाणिज्य कर अधिकारी एवं असिस्टेंट कमिश्नर द्वारा जिन इकाईयों का भ्रमण किया जाएगा, उनकी फोटो पोर्टल पर अपलोड की जाएगी

- भ्रमण के दौरान व्यापारियों को रिटर्न दाखिल करने, ई- वे बिल डाउनलोड करने, पंजीयन में दी गई सूचनाओं को संशोधित करने व जीएसटी पोर्टल पर अन्य किसी कार्य में कोई तकनीकी समस्या आ रही है तो उनका निदान कराया जाएगा।

- जिन खंडों में ऐसी इकाईयों की संख्या 500 से अधिक है, वहां एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 द्वारा पंजीयन प्रकोष्ठ में तैनात अधिकारियों को ऐसे खंडों के व्यापारियों से संपर्क के लिए अधिकृत करते हुए निर्धारित समयावधि में सभी इकाईयों से संपर्क किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।

- रिटर्न फाइलिंग व पोर्टल पर आ रही समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक संभाग में पाक्षिक रूप से कम से कम एक शिविर का आयोजन किया जाएगा।

एक करोड़ से कम टर्न ओवर वाले व्यापारिक प्रतिष्ठानों का भ्रमण कर व्यापारियों की समस्याओं को दूर करने का आदेश दिया गया है। यदि किसी कारोबारी को कोई प्रॉब्लम है तो वह दर्ज भी करा सकता है।

पीके मिश्रा,

एडिशनल कमिश्नर ग्रेड- 2

वाणिज्यकर विभाग