ब्लड टेस्ट और बायोप्सी नहीं
यह तो बात पूरी तरह से सच है कि आज भी दुनिया में काफी संख्या में लोग कैंसर की बीमारी का सही समय पर पता न चलने से मौत के मुंह में चले जाते है। इसके अलावा लोग मंहगी जांचों व कैंसर को छेड़ देने से उसके ज्यादा तेजी से बढ़ने के डर से भी इसके परीक्षण से डरते हैं। ऐसे में इस बीमारी की जांच को लेकर लांस एंजिलेस स्िथत कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी के डाक्टरों ने एक बड़ा शोध किया है। इस दौरान उन्होंने पाया है कि लार में उपस्थित प्रोटीनों का टेस्ट करके कैंसर का पता चल सकता है। इस प्रक्रिया के दौरान न पीड़ित के शरीर के किसी हिस्से में चीरा आदि भी नहीं लगाया जाएगा। सबसे खास बात तो यह है कि इस प्रक्रिया के दौरान ज्यादा समय भी नहीं लगेगा। डॉक्टर सिर्फ 10 मिनट बाद ही मरीज को उसकी रिपोर्ट सौंप देंगे। इस दौरान मरीज को उसकी बीमारी और उसकी कंडीशन की पूरी जानकारी आसानी से मिल जाएगी।
लोग कैंसर की जांच कराते
वहीं इस बड़ी उपलब्िध के संबंध में कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड वोंग का कहना है कि कैंसर की जांच को लेकर चीन और यूके सभी शोध कर रहे हैं। ऐसे में उनकी यूनिवर्सिटी में भी शोध हुआ। जिसमें यह उपलब्धि हासिल हुई है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि आज यूके में हर साल करीब 330,000 से अधिक लोग कैंसर की जांच कराते हैं। ऐसे में यह लार द्वारा 10 मिनट की जांच काफी मददगार होगी। यह जांच कभी भी किसी समय कराई जा सकती है। इस दौरान जांच रिपोर्ट के मुताबिक लोग अपना समय पर इलाज करा सकेंगे। इस जांच के आने से लोगों का कैंसर की बीमारी के प्रति काफी हद तक डर कम होगा। इस टेस्ट को घर पर डॉक्टर को बुलाकर किया जा सकेगा। यह ब्लड टेस्ट और बायोप्सी से बेहतर होगा।
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