जब सलमान खान एक बार कमिटमेंट कर देते हैं, वह खुद की भी नहीं सुनते. ये है सही पंचलाइन बोलने की काबिलियत जिसकी वजह से सल्लू पिछले तीन साल से बॉक्स-ऑफिस पर छाए हुए हैं. और हां, ये वो लाइनें हैं जिनके लिए किसी और का नहीं बल्कि सलमान का अप्रूवल लेना जरूरी है. अब उन्हें बॉलीवुड के रजनीकांत के रूप में पब्लिसिटी मिल रही है. सुना है कि अपने डायलॉग्स बोलने का सल्लू का ये पैंतरा उनकी फिल्मों के डायरेक्टर्स को हजम नहीं हो रहा, खासकर बॉडीगार्ड के डायेरक्टर को.


एक सोर्स के मुताबिक, ‘बॉडीगार्ड काफी टाइट फिल्म थी क्योंकि ये एक रीमेक थी. राइटर्स ने सारे डायलॉग्स पेपर पर लिख रखे थे. लेकिन सलमान कई बार अपनी लाइन बोलने लगते हैं, अब ये रेग्युलर हो गया है.’सुना है कि शूटिंग के दौरान, उनके अचानक इस तरह डायलाग्स बदल देने से डायरेक्टर सिद्दिकी हैरान रह जाते थे.

Written word

एक सोर्स ने बताया, ‘सिद्दिकी वहां से हैं जहां एक बार पेपर पर लिखा हुआ चेंज नहीं किया जाता. यहां तक कि बड़े साउथ स्टार्स जैसे मोहनलाल भी अपने डायलॉग्स नहीं बदलते. लेकिन जब उन्हें अहसास हुआ कि सलमान जो बोल रहे हैं वो पेपर पर लिखा हुआ नहीं है तो वह थोड़े परेशान हो जाया करते थे.’


सोर्स ने आगे बताया, ‘सलमान मनमौजी हैं और उनको करेक्ट करना जरा मुश्किल है. पहले ओपिनियन में कुछ डिफरेंसेज थे लेकिन सिद्दिकी को हार माननी पड़ी.’ शायद तभी सल्लू ने एक इंटरव्यू में उनके नाम को इग्नोर कर दिया. हालांकि किसी को शिकायत नहीं है. सुना है कि बॉडीगार्ड ने इंटरनेशनल मार्केट में शाहरुख खान की माई नेम इज खान को पीछे कर दिया है. इसलिए ये माना जा सकता है कि उनकी अगली फिल्म एक था टाइगर के राइटर को भी मान के चलना चाहिए कि बॉलीवुड के दबंग खान उनका काम भी किनारे लगा सकते हैं.

Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk