- अनुशासनहीनता, बगावत में हुई कार्रवाई

- जेपी का सहयोग नहीं कर रहे थे चामुंडेश्वरी

GORAKHPUR: गोरखपुर-महराजगंज स्थानीय निकाय निर्वाचन में सपा ने सीपी चंद को बाहर का रास्ता दिखा दिया। पार्टी की गाइड लाइन के खिलाफ खुद को सपा प्रत्याशी बताकर सीपी चंद अपना प्रचार कर रहे थे। कड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश नेतृत्व ने अनुशासनहीनता के आरोप में कार्रवाई की। सोमवार को प्रदेश प्रवक्ता का पत्र जारी होते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिला कार्यकारिणी ने सीपी चंद के पार्टी से निकाले जाने से पुष्टि की। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नेता नहीं है।

ऊहापोह में थे कार्यकर्ता

स्थानीय निकाय निर्वाचन के लिए सपा ने पहले पूर्व मंत्री जय प्रकाश यादव को प्रत्याशी घोषित किया। बाद में पार्टी ने फैसला बदलते हुए सीपी चंद को उम्मीदवार बना दिया। नामांकन के अंतिम दिन सीपी चंद ने सपा उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया। राजनीतिक उठापठक के बीच दोबारा पार्टी ने जय प्रकाश को अपना प्रत्याशी बनाया। हालांकि नामांकन संबंधी प्रक्रिया पूरी होने से चुनाव आयोग के दस्तावेजों में सीपी चंद वैध रूप से सपा प्रत्याशी हुए। इसके बाद पार्टी हाईकमान ने सीपी चंद को फैसला बदलने का निर्देश दिया। सीपी चंद से कहा गया कि वह जय प्रकाश यादव का सहयोग करें, लेकिन सीपी इसकी अवहेलना करते रहे। वह खुद को सपा उम्मीदवार बताकर प्रचार करते रहे।

पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता

सपा नेता एकजुट होकर जय प्रकाश यादव के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। जिले में सपा नेताओं के लिए चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। इसलिए नेता हर हाल में जय प्रकाश को जिताने की कोशिश में लग गए हैं। इस बीच यह पता चला कि सीपी चंद ने जय प्रकाश का सहयोग करने से मना कर दिया है, इसलिए वह खुद को सपा प्रत्याशी बताकर प्रचार कर रहे हैं। पार्टी गाइड लाइन का अनुपालन न करने में सोमवार को कड़ा फैसला लिया गया। पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने सीपी चंद को बाहर का रास्ता दिखा दिया। सूचना जारी होने पर सीपी के समर्थक हैरान रह गए। हालांकि लोगों ने दावा किया वह लोग भारी बहुमत से चुनाव जीतेंगे। पार्टी से निकाले जाने का कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उधर सपा के लोग भी दमखम से जेपी के पक्ष में लग गए हैं।