- जुलाई में भेजे गए पचास फीसदी सैंपल फेल

- दूध, खोए, क्रीम, तेल सब में मिलावट की हुई पुष्टि

ALLAHABAD: रमजान के महीने में मिलावटखोरों ने जमकर लोगों की सेहत खराब की। अब रक्षाबंधन की बारी है। इसलिए होशियार रहिए। बाजार से खानपान की चीजें सोच-समझकर खरीदिए। दरअसल, जुलाई में लिए गए सैंपल्स की आई रिपोर्ट में पचास फीसदी फेल पाए गए हैं। इससे प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं और त्योहार से ठीक पहले छापेमारी के सख्त निर्देश किए गए हैं।

ये सैंपल हुए फेल

रमजान का महीना होने के चलते जुलाई में जिला प्रशासन ने विशेष छापामारी अभियान चलाया था। जिसमें कुल फ्ख् दुकानों पर छापा मारकर फ्म् नमूने भरे गए थे। इनमें से ख्ख् रिपोर्ट आ चुकी है। चौंकाने वाला तथ्य हैं इनमें से पचास फीसदी का फेल होना। मनमानी करने पर उतारू मिलावटखोर मुनाफा कमाने के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार हैं। सैंपल रिपोर्ट में दूध, खोवा, क्रीम, सरसों का तेल, मैदा, बेसन, नमक, सिवई का एक-एक और मसाले के दो सैंपल फेल पाए गए हैं।

ब्रेन स्ट्रोक और किडनी फेल्योर का खतरा

इनमें से दूध, खोवा, क्रीम सब स्टैंडर्ड मिले हैं तो मैदा, नमक, सिवई, मसाले की पैकिंग में रूल्स का वायलेशन पाया गया है। इनकी लेबलिंग में कई तरह की गड़बड़ थी। सबसे खतरनाक रही बेसन और तेल की जांच रिपोर्ट। बेसन में खेसारी तो सरसों के तेल में कलर पाया गया है। इससे ब्रेन स्ट्रोक और किडनी फेल्योर हो सकता है।

तीन पर हुआ जुर्माना

मौजूदा वर्ष में अप्रैल से जुलाई के बीच लिए गए सैंपल्स की फेल रिपोर्ट आने पर तीन आरोपियों के खिलाफ जुर्माना किया गया है। इनमें तेलियरगंज स्थित स्वीट हाउस के मालिक दिलीप और चौफटका स्थित मदन डेयरी के अविनाश कुमार पर क्भ्-क्भ् हजार तो कोरांव की एक नमकीन शॉप का सैंपल फेल होने पर मालिक त्रिभुवन नाथ केसरी पर पांच हजार जुर्माने की कार्रवाई की गई है। मिलावटखोरी और नियमों का उल्लंघन करने में मल्टी नेशनल ब्रांड भी पीछे नहीं हैं। फूड सप्लीमेंट बनाने वाली कंपनी डीएक्सएन का प्रोडक्ट में ग्रीन सिंबल नहीं पाए जाने पर उसका सैंपल फेल हो गया है। छापे के दौरान इस कंपनी के चार लाख रुपए का स्टाक भी सीज किया गया था।

रमजान के महीने में लगातार छापेमारी में कलेक्ट किए गए सैंपल की आई रिपोर्ट में पचास फीसदी फेल हुए हैं। मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रक्षाबंधन को देखते हुए खानपान की चीजों पर दोबारा जांच अभियान चलाया जा रहा है।

हरिमोहन श्रीवास्तव, अभिहित अधिकारी, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग