क्त्रन्ठ्ठष्द्धद्ब : इस दिवाली भी आप मिलावटी मिठाई खाने को तैयार रहें। शहर के नामी-गिरामी व बड़े से बड़े और छोटी-छोटी मिठाई दुकानों में मिलावटी मिठाई का कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि मिठाईयों के लिए विश्वसनीय माने जाने वाले लालपुर स्थित उदय मिष्ठान भंडार, राजस्थान कलेवालय, चुरुवाला और गणगौर की मिठाईयां भी शुद्धता के मामले में फेल हो गई हैं। जिला प्रशासन द्वारा एक सप्ताह पहले इन दुकानों से जब्त किए गए मिठाइयों के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। एसडीओ गरिमा सिंह ने बताया कि फूड लैब से मिली रिपोर्ट में इन दुकानें की मिठाइयों में मिलावट पाया गया है। अब इन्हें नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है।

सात स्वीट्स शॉप से लिए थे सैंपल

जिला प्रशासन की ओर से दिवाली के दौरान मिलावटी मिठाई के कारोबार पर शिकंजा कसने की नीयत से अभियान चलाया गया था। एसडीओ गरिमा सिंह के नेतृत्व में टीम ने मिठाई की सात दुकानों से मिठाई के सैंपल जांच के लिए गए थे। इनमें गणगौर, चुरूवाला, पंजाब स्वीट्स, उदय मिष्ठान, राजस्थान कलेवालय और हरिओम टावर के सामने की दो मिठाई दुकानें शामिल हैं। जब्त सैंपल की नामकुम स्थित फ ड लेबोरेट्री में जांच कराई गई। इसमें चार मिठाई दुकानों के सैंपल में मिलावट की बात सामने आई है।

फूड सेफ्टी एक्ट के तहत एक्शन

एसडीओ गरिमा सिंह ने बताया कि मिठाई दुकानों का सैंपल सब-स्टैंडर्ड का मिला है। इन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। इतना ही नहीं फूड सेफ्टी एक्ट के तहत इनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।

त्योहारों में बढ़ जाती है मिठाइयों की डिमांड

त्योहारों के दौरान मिठाइयों की डिमांड काफी बढ़ जाती है। इसी का नाजायज फायदा मिठाई दुकान संचालक उठाते हैं। बाजार में वे धड़ल्ले से मिलावटी मिठाई का कारोबार करने लगते हैं। खासकर मिठाई बनाने के लिए दूध, मावे और घी की आवश्यकता होती है, लेकिन, खपत बढ़ाने के लिए मिलावट खोर इन उत्पादों को सोडा, डिटरजेंट, कॉस्मेटिक सोडा, यूरिया का उपयोग कर मिठाई बनाते हैं और बाजार में बेचते हैं।