स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए मेयर ने नव निर्वाचित पार्षदों से की अपील

लोगों से स्वच्छता एप डाउनलोड कराने का जिम्मा सौंपा

ALLAHABAD: स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 चार जनवरी से शुरू होना है। संगम नगरी इलाहाबाद स्वच्छता के साथ ही स्वच्छता एप डाउनलोडिंग में अभी काफी पीछे है। इसे आगे बढ़ाने के लिए बुधवार को सभी नव निर्वाचित पार्षदों के साथ मीटिंग कर उन्हें स्वच्छता दूत बनाने के साथ ही अपने वार्ड को स्वच्छ व आदर्श वार्ड बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। मेयर अभिलाषा गुप्ता ने पार्षदों से सर्वेक्षण में बेहतर पोजिशन दिलाने की अपील की। इस दौरान नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया, अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास, सचिव परिषद पीके मिश्रा आदि मौजूद रहे।

प्रयाग संगीत समिति में मीटिंग

प्रयाग संगीत समिति में आयोजित मीटिंग में मेयर अभिलाषा गुप्ता ने बताया कि 2016 में इलाहाबाद पूरे भारत में स्वच्छता के मामले में 22वें रैंक पर था। 2017 के सर्वेक्षण में चूक की वजह से 200 से ऊपर के रैंक में पहुंच गया। स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 शुरू होने वाला है, इसलिए इलाहाबाद को स्वच्छ बनाना व उसे बेहतर पोजिशन पर लाना एक-एक पार्षद व एक-एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है।

आदर्श वार्ड को मिलेगा रिवार्ड

मेयर ने कहा कि वार्डो की व्यवस्था देखने का अधिकार पार्षदों को ही है। स्वच्छता दूत के रूप में लोगों को जागरुक करें, शहर को स्वच्छ बनाएं। स्वच्छता दूत की जिम्मेदारी होगी कि वार्ड की व्यवस्था बेहतर हो। जिसका वार्ड बेहतर होगा, उसके वार्ड को रिवार्ड दिया जाएगा। किसका वार्ड सबसे बेहतरीन और खूबसूरत है। किसने अधिक एप डाउनलोड किया, कहां से अधिक शिकायत आई। इसका आंकलन किया जाएगा। इसलिए महिलाओं, पुरुषों व युवकों का ग्रुप बना कर लोगों को जागरुक करें। चार जनवरी से पहले अपने वार्डो को पूरी तरह से बदल दें।

एप डाउनलोड कराएं

इंस्पेक्टर, जोनल, हवलदार सहयोग नहीं कर रहे हैं। सफाई कर्मचारी कम हैं तो इस समस्या को दूर किया जाएगा। वार्ड की गलियों में होर्डिग लगाकर लोगों को जागरुक करें। लोगों से स्वच्छ सर्वेक्षण का फार्म भरवाएं। अधिक से अधिक लोगों के मोबाइल पर स्वच्छता एप डाउनलोड कराएं। साथ ही एप के जरिये शिकायत या सुझाव भी सबमिट करें। इससे प्वाइंट मिलेगा।

फोन पर ली जाएगी जानकारी

कूड़ा प्रबंधन पर 40 प्वाइंट है। डीटीडीसी को बढ़ाया जाएगा। कूड़ा रिसाइकिल पर प्वाइंट। लोगों से भी पूछा जाएगा कि स्वच्छता कैसी चल रही है। पहले से बेहतर करने पर इलाहाबाद को बेहतर नंबर मिलेगा। अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के दौरान किसी के मोबाइल पर फोन आ सकता है। स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर सवाल किया जा सकता है। इसलिए एक-एक व्यक्ति को जागरुक करें।

इन्होंने रखी अपनी बात

अधिकारियों व कर्मचारियों की मॉनिटरिंग की जाए। ये काम नहीं करते। फील्ड में दिखाई नहीं देते हैं, उनके उपर बैठे अधिकारी भी जांच को नहीं आते हैं। इसमें सुधार कराया जाए।

किरण जायसवाल

साढ़े आठ बजे तक वार्ड में सफाई कर्मचारी दिखाई नहीं देते। आउटसोर्सिग कर्मचारी दिखाई देते हैं। औचक निरीक्षण कराया जाए वार्डो का। अधिकारियों के घर लगे कर्मचारियों को हटा कर उनसे काम कराया जाए।

रतन दीक्षित

हर पार्षद को जनता इसलिए सदन में भेजती है कि वह काम कराएगा। लेकिन समस्या बताने पर नगर आयुक्त कहते हैं कि आपको जो करना हो कर लीजिए, बाद में काम होगा। ऐसी स्थिति में इलाहाबाद कैसे चमक पाएगा।

ओपी द्विवेदी