- अब बॉयोमेट्रिक हाजिरी से बदलेगी सफाई व्यवस्था की तस्वीर
- सफाई कर्मियों की गैर हाजिरी से परेशान पार्षदों ने की मांग
मेरठ। शहर की सफाई व्यवस्था को बायोमेट्रिक अटेंडेंस से सुधारने की तैयारी हो रही है। दरअसल सफाई कर्मचारियों की काम पर उपस्थिति अक्सर विवाद का विषय रही है। नगर आयुक्त ने भी सर्वे कर पाया था कि 20 फीसदी सफाई कर्मचारी काम पर नहीं जाते हैं, जिससे सफाई व्यवस्था प्रभावित होती है। समस्या से निबटने के लिए नगर निगम सफाई कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगाने वाला है। इस बाबत शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है।
पार्षदों ने रखा था प्रस्ताव
नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की लापरवाही पर सवाल उठता रहता है। इसको लेकर पार्षद आए दिन हंगामा करते रहते हैं। इसंिलए पार्षदों ने नगर आयुक्त से सफाई कर्मियों की हाजिरी बायोमेट्रिक मशीन से कराने का प्रस्ताव रखा था।
20 फीसदी कर्मी नदारद
नगर आयुक्त डीकेएस कुशवाहा ने बीते साल एक सर्वे कराया था। इस सर्वे में आया था कि 20 प्रतिशत सफाई कर्मी काम पर जाते ही नहीं हैं, लेकिन उनकी हाजिरी पूरी मिलती है।
चल रहा है विवाद
सफाई कर्मियों की हाजिरी को लेकर पार्षद और सफाई कर्मियों में काफी समय विवाद चला रहा है। पार्षद जहां सफाई कर्मियों पर न आने का आरोप लगाते हैं तो वही सफाई कर्मी पार्षदों पर पैसे लेने का आरोप लगाते हैं। इसको लेकर विवाद तक हो चुका है। नगर निगम ने सभी पार्षदों को वार्डो में तैनात सफाई कर्मियों की सूची तक दे दी है।
ये है हालात
- 10 हजार की आबादी पर होने चाहिए 28 सफाई कर्मी
- 22 लाख है मेरठ शहर की कुल आबादी
- 6160 सफाई कर्मचारी होने चाहिए शहर में
- 3,325 सफाईकर्मियों की फिलहाल है तैनाती
- 2,835 सफाईकर्मियों की है नगर निगम को जरूरत
वर्जन
सफाई कर्मियों की हाजिरी को लेकर हमेशा से विवाद रहा है। यदि ऐसा हो जाएगा तो काफी राहत होगी। कौन काम पर आता है और कौन नहीं इसका पता चल जाएगा।
-तरुण गोयल, पार्षद वार्ड 57
बायोमेट्रिक से हाजिरी होनी चाहिए। इससे समस्या का समाधान हो जाएगा। मैं तो यह कह रही हूं कि अधिकारियों की भी हाजिरी बायोमेट्रिक से होनी चाहिए।
-ज्योति वर्मा, पार्षद वार्ड 52
पार्षदों की ओर से प्रस्ताव आया है। काफी समय से सफाई कर्मियों के काम पर न आने को लेकर विवाद चल रहा है। यदि ऐसा हो जाएगा तो अच्छा ही होगा। किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
-हरिकांत अहलूवालिया, महापौर
पार्षदों ने बायोमेट्रिक से हाजिरी कराने की मांग की है। शासन को प्रस्ताव बनाकर दिया है। मंजूरी मिलने के बाद लागू कर दिया जाएगा।
-डीकेएस कुशवाहा, नगर आयुक्त
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इंसेट
मवाना नगर पालिका से शुरुआत
मवाना नगर पालिका ने बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगाने की पहल की है। इसका असर यह है कि अधिकारियों में कार्य के प्रति गंभीरता नजर आ रही है। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में सफाईकर्मियों की अटेंडेंस भी बायोमेट्रिक मशीन से होगी।
वर्जन
बायोमेट्रिक शुरू होने से ऑफिस के काम पर काफी फर्क पड़ा है। सभी लोग समय से ऑफिस आ रहे हैं। सफाईकर्मियों के लिए पांच मशीने बैटरी वाली मंगाई गई हैं। तीन दिन के अंदर ये मशीन आ जाएंगी। ये पांचों मशीनें फील्ड में रहेंगी। सफाई व्यवस्था पर इसका असर दिखेगा।
डॉ। नीरा चंद्रा
चेयरमैन नगर पालिका, मवाना