घर आ रहे हैं संजू बाबा
हालाकि सजय दत्त की रिहाई का विरोध भी हो रहा है। पुणे की यरवदा जेल के बाहर प्रदर्शनकारियों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी भी की। प्रर्शनकारियों का कहना है कि जेल में और भी कैदी हैं पर उन्हें संजय जैसी सुविधा नहीं दी जा रही है। इसको देखते हुए जेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। बहरहाल इस सबके बीच संजू बाबा जेल से रिहा होकर मुंबई के लिए रवाना हो गए हैं। संजय दत्त को जेल में अच्छे बर्ताव के लिए 8 महीने और 16 दिन की सजा में छूट मिली है। पुणे से वो वो मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर और अपनी मां की कब्र पर भी जाएंगे।

खुश है परिवार
संजय की रिहाई के खिलाफ बंबई हाईकोर्ट में एक पीआईएल डाल दी गई है जो पहले हाईकोर्ट में पेश की जाएगी। इन सारी परिस्थितियों के बावजूद संजय की रिहाई से उनका सारा परिवार बेहद खुश है। उनकी बेटी त्रिशाला ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि संजय उनके शेर हैं और उनका शेर पिंजरे से बाहर जंगल में आ रहा है। अपनी सजा अवधि के दौरान अनियमित छूट पाने और अधिकारियों की ओर से विशेष सुविधा दिए जाने के आरोपों के कारण अभिनेता विवादों में भी रहे। गौरतलब है कि संजय दत्त को मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दौरान अवैध रूप से एके-56 राइफल रखने के आरोप में पहली बार 19 अप्रैल, 1993 को तब गिरफ्तार किया गया था जब वो एक फिल्म की शूटिंग से मॉरीशस से लौट रहे थे और यह गिरफ्तारी एयरपोर्ट पर हुई थी। 18 दिन के अंदर ही उनको जमानत भी मिल गई थी।

संजय दत्त की जेल यात्रा
4 जुलाई 1994 को संजय दत्त को दूसरी बार जेल जाना पड़ा. अदालत ने उनकी जमानत रद्द कर दी थी जिसके बाद उन्हें जेल जाना पड़ा। दूसरी बार की जेल यात्रा काफी लंबी थी इस दौरान उन्हें 12 महीने 18 दिन जेल में रहना पड़ा था। दो साल बाद उन्हें तीसरी बार फिर 22 दिनों के लिए फिर जेल जाना पड़ा लेकिन रिहाई के दो महीने बाद ही उन्हें चौथी बार जेल जाना पड़ा और इस दौरान उन्हें 38 दिन जेल में बिताने पड़े थे। मई 2007 में संजय दत्त अपने पर लगे सबसे बड़े कलंक टाडा के आरोपों से मुक्त हो गए, लेकिन अवैध हथियार रखने की वजह से उन्हें आर्म्स एक्ट के तहत 6 साल की सजा सुनाई गई। संजय दत्त ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की और उनकी अपील पर सुनवाई होने तक के लिये अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। नवंबर 2007 को वे जेल से रिहा हुए। जमानत से बाहर आने के कुछ महीनों बाद संजय दत्त ने मान्यता से गोवा में शादी कर ली। अक्टूबर 2010 में संजय दत्त जुडवा बच्चों के पिता भी बने जिसमें एक लडका और एक लडकी हुई।

21 मार्च 2013 वह तारीख थी जब सुप्रीम कोर्ट ने उनके ऊपर लगाये गये आरोपों को सही करार दिया पर संजय दत्त के लिए राहत की बात ये रही कि सुप्रीम कोर्ट ने टाडा अदालत की ओर से सुनाई गई 6 साल की सजा को एक साल कम करके 5 साल कर दिया। अक्टूबर 2013 में मेडिकल ग्राउंड पर 28 दिन के लिए संजय दत्त परोल पर जेल से बाहर आए इसके बाद दिसंबर 2013 में बीमार पत्नी मान्यता की देखभाल के लिए 28 दिन के लिए जेल से बाहर आए। अब गुरूवार को अपनी सजा की अवधि पूरी करके पुणे की यरवदा जेल से रिहा हो गए। सूत्रों की माने तो सुरक्षा के लिहाज से संजय को चार्टर से मुंबई लाने पर विचार चल रहा है। 

CHI: Sanju Baba

फैन भी हैं खुश
संजय की रिहाई के मौके पर मुंबई के एक रेस्त्रां ने संजय दत्त के फैंस को ट्रीट देने की ठानी है। 25 फरवरी को 'नूर मोहम्मदी होटल' में स्टार की ही तैयार की हुई रेसिपी से बनी 'चिकन संजू बाबा' मुफ्त में परोसी जाएगी। दक्षिण मुंबई की इस होटल के मालिक खालिद हकीम बताते हैं, 'हमने संजय दत्त साहब को 1986 में अपने इस रेस्त्रां के फैमिली सेक्शन के उद्घाटन के लिए बुलाया था। उसके बाद वे लगातार यहां आते रहे हैं। बात 2010 की है, जब वे यहां आए थे तो उन्होंने स्पेशल ग्रेवी बेस्ड चिकन डिश तैयार कर हमें दी थी। हमने डिश का नाम उन्हीं ने नाम पर 'चिकन संजू बाबा' रखा था। उन्होंने हमें लिखित में इसे तैयार करने और बेचने की इजाजत दी थी।' आपको बता दें कि यह रेस्त्रां 1923 से लोगों को शानदार खाना परोस रहा है।

inextlive from Bollywood News Desk

Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk