-उत्थान के संकल्प के साथ धर्म सम्मेलन बक्सर में संपन्न

श्चड्डह्लठ्ठड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

क्चङ्गन्क्त्र/क्कन्ञ्जहृन्: समाजिक सद्भाव और धर्म के उत्थान के संकल्प के साथ बुधवार को बक्सर के इटाढ़ी प्रखंड के काशिमपुर में आयोजित चातुर्मास्य महायज्ञ सह अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन का समापन हो गया। मौके पर दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने यज्ञ स्थल की परिक्रमा की और त्रिदंडी के परम शिष्य जीयर स्वामी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किए। समापन के मौके पर संतों ने सात्विक और धर्म के अनुकूल आचरण करने का युवाओं से आह्वान किया।

व्यसनों का प्रयोग चिंताजनक

समापन सत्र को संबोधित करते हुए संत अयोध्या के जगदगुरु द्वारकाधीश सूर्य नारायणाचार्य ने कहा कि युवा वर्ग जिन व्यसनों का आदि हो रहा है, वह ¨चता का विषय है। उन्होंने कहा कि भारत अनेक वर्षों तक आक्रांताओं के चंगुल में रहा और उनके द्वारा लाए गए धर्म के विपरीत आदतें यहां के लोगों को भी लग गई। पहले लोग मांसाहार का इस्तेमाल खानपान में नहीं करते थे, लेकिन सालों तक मुगलों के यहां राज करने के कारण हमारे देश में भी मांसाहार का प्रचलन बढ़ा।

धर्म के अनुसार आचरण जरूरी

उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज धोती पहनते रहे, लेकिन नए लोग लुंगी लेकर आए। उदाहरण के रूप में इन वाक्यों का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने कहा कि धर्म तभी बचेगा जब उसे मानने वाले उसके अनुरूप आचरण करेंगे। धर्म के अनुसार आचरण करें, तभी अनुयायी वे कहलाएंगे।

अगला चातुर्मास्य महायज्ञ चंदौली में होने की दी जानकारी

जीयर स्वामी महाराज ने आए सभी संतों को धन्यवाद दिया। श्रद्धालु उनके दर्शन के लिए परेशान रहे। मंच से अगला चातुर्मास्य महायज्ञ चंदौली में और वर्ष 2020 में वाराणसी में होने की जानकारी दी गई। साथ ही अगले पांच साल का कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। राजनीतिक दलों से जुड़े लोग भी संत से मिलने पहुंचे। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष तथागत हर्षव‌र्द्धन, उपाध्यक्ष बजरंगी मिल, सत्येंद्र कुमार ओझा, त्रिलोकीनाथ मिश्रा, बब्लू सिंह, उमेशचंद्र उपाध्याय, भाजपा नेता प्रदीप दूबे आदि ने इस मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अध्यक्ष छोटे उपाध्याय, मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा, रवीन्द्र कुमार सिंह और तूफानी बाबा आदि सक्रिय रहे।