- सीटों के बंटवारे को लेकर राकांपा का गुस्सा सामने आया

- महागठबंधन को किसी मुस्लिम और दलित चेहरे की जरूरत नहीं

PATNA : सपा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र सिंह यादव पिछले तीन दिनों से आमरण अनशन पर हैं और इधर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने आरजेडी जेडीयू और कांग्रेस महागठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी है। पिछले दिनों आई नेक्स्ट से बातचीत में भी राकांपा के सीनियर लीडर तारिक अनवर ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।

बीजेपी को छोड़ अन्य पार्टी के साथ मैदान में उतरेंगे

रविवार को पार्टी महासचिव तारिक अनवर ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि महागठबंधन को किसी मुस्लिम और दलित चेहरे की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए विकल्प खुले हुए हैं और बीजेपी को छोड़कर पार्टी अन्य दलों के साथ चुनाव में उतरेगी।

हमारी डिमांड नहीं मानी गई

तारिक अनवर ने कहा कि एनसीपी ने गठबंधन में क्ख् सीटों की डिमांड रखी थी, लेकिन गठबंधन की बैठक में एनसीपी को बुलाया ही नहीं गया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पिछले लोकसभा चुनाव के बाद इस गठबंधन का हिस्सा रही, लेकिन विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे के समय राकांपा को पूरी तरह दरकिनार किया गया।

सीट के लिए सपा का अनशन जारी

बिहार प्रदेश समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से आमरण अनशन पर हैं। सपा के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि महगठबंधन के दो बड़े दलों ने टिकट बंटवारे में उनके साथ सही नहीं किया है। प्रदेश कार्यालय में आमरण अनशन पर बैठे प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र सिह यादव ने कहा कि हमारा अनशन अपने नेतृत्व से अपनी बात मनवाने के लिए है। उन्होंने कहा कि हमारे दोनों बड़े दल यह तय करे कि सपा के लिए क्या रास्ता बचता है। उन्होंने कहा कि हमारे नेता मुलायम सिंह यादव ने नीतीश को जीवन दान दिया है। नीतीश पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं।