अखिलेश ने शिवपाल समेत चार मंत्रियों को किया बर्खास्त

- जवाब में मुलायम ने रामगोपाल यादव को किया बर्खास्त

- पार्टी में कलह उफान पर, एक-दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप

LUCKNOW: समाजवादी पार्टी के लिए रविवार को दिन बेहद 'मनहूस' रहा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानमंडल की बैठक में सारी कलह की वजह अमर सिंह को बताया। उन्हें दलाल ठहराते हुए यह ऐलान किया कि उनके करीबी लोगों को अब वे नहीं बख्शेंगे। बैठक खत्म होने के साथ ही काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव, ओमप्रकाश सिंह, शादाब फातिमा और नारद राय को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का फरमान जारी कर दिया। जयाप्रदा को भी फिल्म विकास परिषद के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया। इसके बाद पार्टी में हड़कंप मच गया और सबकी निगाहें मुलायम सिंह यादव के अगले कदम पर टिक गयी। उम्मीद के मुताबिक मुलायम सिंह ने भी पलटवार करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव को बर्खास्त कर दिया।

सुबह जारी की चिट्ठी

रविवार को सीएम अखिलेश यादव द्वारा बुलाई विधानमंडल दल की बैठक से पहले ही रामगोपाल यादव ने पार्टी नेताओं को मुंबई से पत्र जारी कर संदेश दिया कि जहां अखिलेश हैं, वहीं विजय है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हजारों करोड़ रुपये कमा रहे हैं, व्यभिचार और सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं। पत्र का असर विधानमंडल दल की बैठक में देखने को मिला और अखिलेश ने एमएलए और एमएलसी से बातचीत के दौरान अमर सिंह को पूरे घटनाक्रम का जिम्मेदार ठहराते हुए उनके करीबियों पर सख्ती बरतने का ऐलान किया। बैठक खत्म होते ही उन्होंने अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह, महिला कल्याण मंत्री शादाब फातिमा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया। मालूम हो कि बैठक में नारद राय और शादाब फातिमा भी मौजूद थे जबकि शिवपाल सिंह यादव और ओमप्रकाश सिंह नहीं आए थे।

मुलायम से िमले शिवपाल

बर्खास्तगी की सूचना मिलते ही शिवपाल सिंह यादव ने मुलायम सिंह के आवास का रुख किया जहां पहले से मुलायम वरिष्ठ नेताओं बेनी प्रसाद वर्मा, रेवती रमण सिंह आदि के साथ मंत्रणा कर रहे थे। शिवपाल ने मुलायम को अखिलेश के फैसले की जानकारी दी और वापस सरकारी आवास लौट आए। बाहर नारेबाजी कर रहे समर्थकों से उन्होंने पार्टी ऑफिस जाने को कहा और खुद भी वहां पहुंच गये। वहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रामगोपाल बीजेपी से मिल गये हैं। वे अपने बेटे और बहू को यादव सिंह कांड की सीबीआई जांच से बचाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री इसे समझ नहीं पा रहे हैं। इसके कुछ समय बाद ही मुलायम के निर्देश पर रामगोपाल की बर्खास्तगी का आदेश भी जारी हो गया। साथ ही शिवपाल ने पलटवार करते हुए रामगोपाल पर आरोप लगाया गया कि वे पहले भी तिकड़मबाजी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अपमानित करते रहे हैं। वे गिरोह बनाकर गलत काम कर रहे हैं।

मुलायम ने बुलाई बैठक

पूरे घटनाक्रम के बाद शाम 5.30 बजे मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुला ली। माना जा रहा है कि इस पूरे घटनाक्रम से आहत होकर मुलायम ने कोई बड़ा फैसला लेने के लिए पार्टी के कोर ग्रुप के मेंबर्स को भरोसे में लेने के लिए यह कवायद की। सूत्रों की मानें तो बैठक में सरकार को लेकर कुछ अहम निर्णय लिया गया है जिसका खुलासा सोमवार को पार्टी मुख्यालय में होने वाली बैठक में हो सकता है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो मुलायम अब इस मामले में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। बैठक के बाद बाहर निकले मुलायम ने सिर्फ इतना कहा कि मैं आज नहीं कल बोलूंगा। माना जा रहा है कि सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह किसी सख्त फैसले का ऐलान कर सकते हैं।

सारे फसाद की जड़ अमर सिंह हैं। वे दलाल हैं। मैं उनके करीबियों को भी नहीं बख्शूंगा। नेताजी से कोई दूरी नहीं है। मैं कल की बैठक के अलावा स्थापना दिवस समारोह में भ्ाी रहूंगा।

अखिलेश यादव

मुख्यमंत्री (विधानमंडल दल की बैठक में)

अपने बेटे और बहू को यादव सिंह कांड से बचाने के लिए रामगोपाल यादव ने बीजेपी के एक बड़े नेता से तीन बार मुलाकात की। उन्होंने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री और सरकार पर ही आरोप लगा दिया है। मुख्यमंत्री को उनकी साजिश को समझना चाहिए।

शिवपाल सिंह यादव

सपा प्रदेश अध्यक्ष्ा (सपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं से)

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ वे लोग हैं जिन्होंने पार्टी के लिए खून बहाया, अपमान सहा। उधर वे लोग हैं जिन्होंने हजारों करोड़ रुपये कमाया, व्यभिचार किया और सत्ता का दुरुपयोग किया।

रामगोपाल यादव

(जैसा कि पत्र में लिखा)

- 6 बजे सुबह रामगोपाल ने मुंबई में नेताओं को संबोधित पत्र लिखा

- 11 बजे मुख्यमंत्री की बैठक में शामिल होने पहुंचे करीब 250 विधायक

- 11.25 बजे शिवपाल समेत चार मंत्रियों की बर्खास्तगी की आई खबर

- 11.30 बजे फाइव केडी के बाहर अखिलेश के समर्थन में विधायकों का प्रदर्शन

- 01.30 बजे गायत्री प्रजापति मुख्यमंत्री आवास से वापस अपने घर चले गये

- 01.45 बजे शिवपाल के घर के बाहर समर्थकों ने शुरू की नारेबाजी

- 02.30 बजे शिवपाल पहुंचे पार्टी कार्यालय, रामगोपाल पर लगाए गंभीर आरोप

- 03.45 बजे रामगोपाल यादव पार्टी से छह साल के लिए बर्खास्त

- 05.30 बजे मुलायम ने वरिष्ठ नेताओं की बुलाई बैठक