JAMSHEDPUR: सीएम रघुवर दास ने शुक्रवार को सरायकेला के डीसी रमेश घोलप और एसपी राकेश बंसल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने करने का ऑडर दिया है। मालूम हो कि पिछले महीने सरायकेला के राजनगर थाना इलाके में बच्चा चोरी के अफवाह में कई लोगों की हत्या हुई थी। इसके बाद जमशेदपुर में जमकर बवाल हुआ था। दोनों मामलों के लिए गठित कोल्हान आयुक्त और डीआईजी की कमिटी ने इस संबध में अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों अधिकारियों को सस्पेंड किया गया। सस्पेंशन पीरियड के दौरान दोनों अधिकारी मुख्यालय में योगदान देंगे।

देर से पहुंचे थे

सरायकेला के राजनगर थाना क्षेत्र के शोभापुर और पदनामसाई गांव में बच्चा चोरी की अफवाह में चार लोगों की हत्या के पांच घंटे बाद सारयकेला डीसी रमेश घोलप और एसपी राकेश बंसल मौका-ए-वारदात पर पहुंचे थे। घटना सुबह करीब भ्.फ्0 बजे हुई थी और सूचना मिलने के बाद दोनों अधिकारी दिन के क्क् बजे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे थे। जिला मुख्यालय से घटनास्थल की दूरी ख्भ् किलोमीटर है। जमशेदपुर के बागबेड़ा और सरायकेला और राजनगर में बच्चा चोरी की अफवाह को लेकर सात लोगों की हत्या और मानगो में हुए बवाल की जांच कमिटी ने रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। जांच कमिटी में कोल्हान के कमिश्नर डॉ प्रदीप कुमार और तत्कालीन डीआईजी प्रभात कुमार शामिल थे। जांच कमिटी ने क्8 जून की सुबह और रात में सरायकेला के राजनगर और जमशेदपुर के बागबेड़ा क्षेत्र में हुई घटनाओं के बाद जमशेदपुर में हुई हिंसा को लेकर मानगो डीएसपी को जिम्मेदार ठहराया है।

सात को सौंपी थी रिपोर्ट

जांच कमिटी ने सात जून को अपनी रिपोर्ट गृह सचिव को सौंपी थी। गृह सचिव एसकेजी रहाटे ने रिपोर्ट मिलने के बाद कमिटी की अनुशंसाओं के बाद रिपोर्ट सरकार को भेज दी थी।

खरसावां कांड के बाद बदले गए थे डीसी-एसपी

इस साल यह दूसरा मौका है जब सरायकेला-खरसावां के डीसी और एसपी पर गाज गिरी है। जनवरी में जिले के तत्कालीन डीसी के श्रीनिवास और एसपी संजीव कुमार का ट्रांसफर किया गया था। दोनों अधिकारियों को खरसावां मामले में सजा मिली थी। खरसावां शहीद दिवस पर आयोजित प्रोगाम में शामिल होने के लिए सीएम पहुंचे थे। इस दौरान भीड़ ने उन्हें काला झंडा दिखाया था। आरोप है कि हवा में जूते-चप्पल भी उछाले गए थे। इस घटना के तुरंत बाद डीसी और एसपी को बदल दिया गया था।