बेयॉन शहर में एकत्रित हुए इन प्रदर्शनकारियों ने दंगा पुलिस की सुरक्षा में घिरे होने के बावजूद बार पर अंडे भी फेंके। प्रदर्शन कर रहे बास्क राष्ट्रवादी और सार्कोजी के विपक्ष में खड़े उम्मीदवार फ्रैकोइस होलांदे के समर्थकों को निकोला सार्कोजी ने ‘बदमाश’ बताया। सार्कोजी बार से एक घंटे बाद निकल पाए।

बास्क इलाका दक्षिण-पश्चिमी फ्रांस और उत्तरी स्पेन में फैला हुआ है। कुछ हफ्ते पहले भी ऐसे ही एक प्रदर्शन में ऑस्ट्रेलिया की प्रधान मंत्री जूलिया गिलार्ड फंस गई थी, बाद में पुलिस की मदद से उन्हे सुरक्षित बाहर निकाला जा सका।

सार्कोजी ‘दुखी’

सारकोजी को बेयोन मे उग्र भीड़ का सामना करना पड़ा, जो उनके खिलाफ नारे लगा रहे थे और उनकी बेइज्जती कर रहे थे। कुछ प्रदर्शनकारी नारे लगा रहें थे, “निकोला कैम्पोरा”, जिसका बास्क भाषा में मतलब होता है, “निकोला वापस जाओं.”

सार्कोजी पर पन्ने भी फेंके गए जिसमे बास्क को और ज्यादा स्वायत्ता दिए जाने की मांग की गई थी। सार्कोजी जिस बार में छुपे थे, वहां दंगा नियंत्रक पुलिस को तैनात करना पड़ा।

गुस्से में दिख रहे सार्कोजी ने इस व्यवहार की निंदा की और कहा, “ये एक छोटे से समूह की ओर से की गई हिंसा है, उनका ऐसा व्यवहार स्वीकार्य नहीं है.”

उन्होंने कहा, “हम फ्रांस मे अपने देश की धरती पर है और देश का राष्ट्रपति हर जगह जा सकता है। अगर ये किसी छोटे से दल को पसंद नहीं है तो ये उनके लिए बुरा है.”

सार्कोजी ने कहा कि वो “होलांदे के समाजवादी चरमपंथियों को बास्क के अलगाववादियों के साथ एकजुट होकर हिंसा करता देख काफी दुखी हैं। लोग उनसे सिर्फ मिलना और बात करना चाहते है.”

समाचार एजेंसी एएफपी से मिली खबर के अनुसार होलांदे के दल के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा है कि उनकी पार्टी के प्रमुख ने सार्कोजी पर हमले की निंदा की है और बेयोन में हुई घटना में कोई समाजवादी शामिल नहीं था।

जनमत संग्रह के नतीजों में दिखाया जा रहा है कि होलांदे सारकोजी से आगे चल रहे है, हालांकि वर्तमान राष्ट्रपति सारकोजी भी अपने प्रतिद्वंदी से जीतने के लिए दूरी कम करते दिख रहे हैं।

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