- अब एक साथ 15 आवेदक दे सकेंगे टेस्ट

- एक दिन में जारी होंगे 400 से अधिक लाइसेंस

LUCKNOW :

आरटीओ ऑफिस में लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों को एक काउंटर से दूसरे काउंटर पर भटकने की जरूरत नहीं होगी। जिस लाइसेंस प्रक्रिया को पूरा करने में दिन भर का समय लगता था, वहीं काम अब चुटकियों में हो जाएगा। एआरटीओ प्रशासन के अनुसार जल्द ही यहां सिम्यूलेटर मशीन लगेगी। उसके बाद पास फेल का डिसीजन भी वही करेगी। साथ ही बिना इस मशीन पर टेस्ट दिए कोई पास नहीं हो सकेगा। यह सब संभव होगा ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ ऑफिस में तीन साल बाद शुरू हुए सारथी भवन के कारण। जिसका सोमवार को शुभारम्भ किया गया।

दीवारों पर पूरी जानकारी

इस भवन में लर्निग लाइसेंस सहित अन्य लाइसेंस भी बनाए जाएंगे। यहां आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए यहां जगह-जगह वॉल पेंटिंग कराई गई है। जिसमें बताया गया है कि सारथी फोर सॉफ्टवेयर पर जाकर किस तरह से आवेदन करना है।

1.72 करोड़ से तैयार

लखनऊ आरटीओ कार्यालय में सारथी भवन करीब 1.72 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। एआरटीओ प्रशासन राघवेंद्र सिंह ने बताया कि सारथी भवन बनने के बाद जो लर्निंग हाल खाली हुआ है उसमें अब कांन्फ्रेंस रूम बनाया जाएगा। सारथी भवन में लाइसेंस का काम शिफ्ट कर दिया गया है। यहां जल्द ही सिम्युलेटर मशीन लगाई जाएगी। लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों को अब इसी मशीन पर टेस्ट देना होगा।

इससे एक तो आरटीओ ऑफिस में लगने वाली भीड़ कम होगी। वहीं ऑनलाइन टेस्ट और बायोमैट्रिक प्रक्रिया भी एक ही जगह हो जाएगी। काम तेजी से हो सकेंगे और आवेदकों को राहत मिलेगी।

अनिल मिश्रा, अपर परिवहन आयुक्त

लखनऊ परिक्षेत्र