छोटे दुकानदारों और व्यापारियों के लिए एसबीआई ने सर्विस

-कैशलेस स्कीम को सफल बनाने के लिए उठाया कदम

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LUCKNOW : नोटबंदी के बाद छोटे दुकानदारों को हो प्रॉब्लम्स के मद्देनजर स्टेट बैंक आफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) यानि स्वाइप मशीन अब सेविंग एकाउंट पर भी देने का फैसला किया है। स्टेट बैंक ने इसकी बुकिंग भी शुरू कर दी है। इसके लिए कुछ नियम व शर्ते हैं, जिसे पूरा करते ही कस्टमर को स्वाइप मशीन उपलब्ध करा दी जाएगी।

पांच हजार तक का बिजनेस

स्टेट बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार की कैश लेस स्कीम के तहत एसबीआई ने इसे बढ़ावा देने के लिए शुरुआत की है। छोटे व्यापारियों के पास ना तो किसी तरह का लाइसेंस होता है और ना ही कहीं रजिस्ट्रेशन। ऐसे व्यापारियों का करंट एकाउंट भी खुलना संभव नहीं है। इसी का ध्यान रख स्टेट बैंक आफ इंडिया ने शुरुआत की है। शर्त यह है कि दुकानदार स्वाइप मशीन के जरिये पांच हजार रुपये से अधिक नहीं ले सकेगा। अगर इससे अधिक की डेली परचेजिंग है तो उसके लिए दुकान का रजिस्ट्रेशन भी जरूरी होगा और करेंट एकाउंट भी खुलवाना जरूरी होगा।

मशीन पर कोई हिडेन चार्ज नहीं

सूत्रों की मानें तो इसके लिए मशीन का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाएगा। मशीन के सीरियल नंबर से कस्टमर के सेविंग एकाउंट को लिंक कर दिया जाएगा जिससे मशीन से स्वाइप होते ही पैसा सीधे एकाउंट में पहुंच जाएगा। कस्टमर को इसके लिए पैन कार्ड और आधार कार्ड उपलब्ध कराना जरूरी होगा। खास बात यह है कि मशीन पर किसी भी तरह का अतिरिक्त चार्ज या हिडेन चार्ज नहीं लिया जाएगा।

इनको होगा फायदा

इसमें चाय की दुकान वाले, छोटी मोटे किराना स्टोर, सैलून, सब्जी के व्यापारी, दूध के व्यापारियों समेत कम रेंज में व्यापार करने वाले शामिल होंगे। नोटबंदी के बाद से इन छोटे दुकानदारों के बिजनेस पर भी असर पड़ा है। एसबीआई की यह मुहिम के बाद छोटे व्यापारियों या दुकानदारों को हुए नुकसान की भरपाई कुछ हद तक हो सकेगी।

गांवों में लगेगी ई चौपाल

वेंडर के रूप में स्वाइप मशीन का काम करने वाले चंदन बताते हैं कि स्टेट बैंक की इस स्कीम को बढ़ावा देने के लिए और लोगों को अवेयर करने के लिए ई चौपाल लगायेंगे। गांवों में स्वाइप मशीनों का चलन बेहद कम है। करेंट एकाउंट होल्डर्स की संख्या भी शहरों की अपेक्षा यहां काफी कम है। ऐसे में यह व्यापारी अपने रोज के कारोबार को स्वाइप मशीन के जरिये दोबारा ढर्रे पर ला सकते हैं। इसी के बारे में लोगों को अवेयर किया जाएगा। बैंक से भी रिक्वेस्ट की गयी है कि ई चौपाल के दौरान बैंक का भी कोई अधिकारी मौजूद रहे।