ALLAHABAD: स्त्री मुक्ति की मशाल प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फूले की 185वीं जयंती पर उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को विभिन्न संगठनों ने याद किया। डॉ। अम्बेडकर वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने हाईकोर्ट स्थित डॉ। अम्बेडकर मूर्ति स्थल पर दलित कवि सम्मेलन का आयोजन किया। मुख्य अतिथि डॉ। विक्रम ने कहा कि जातिविहीन समाज कैसे बनेगा। जब हम ही कितने समाज में बंटे हुए हैं। राजतिलक सोनकर ने अगर सावित्रीबाई फूले न होतीं तो अछूतों की कन्याओं की स्थिति क्या होती पंक्तियां पढ़ी। एसोसिएशन के अध्यक्ष रामबृज गौतम ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

ज्योतिबा फूले माली कल्याण समिति की ओर से सोहबतिया बाग स्थित कार्यालय में जयंती मनाई गई। अध्यक्ष डॉ। ओम प्रकाश माली ने उनके कृतित्व पर रोशनी डाली। मानव जागृति विकास समिति ने कटरा स्थित मुख्यालय में गोष्ठी आयोजित की। मुख्य अतिथि राम दुलारे ने कहा कि नारी उत्थान में उनके योगदान को समाज कभी नहीं भूल सकता।

प्रगतिशील समाज पार्टी ने विज्ञान परिषद सभागार में गोष्ठी का आयोजन किया। इंजीनियर सुनील कुशवाहा ने सावित्रीबाई के जीवन पर प्रकाश डाला। समर बहादुर शर्मा, मनीषा मिश्रा, अजीत सिंह, रोहित सिंह आदि मौजूद रहे।