-गत वर्ष हुए बवाल के चलते एडमिनिस्ट्रेशन पूरी तरह सतर्क

-पुलिस लाइंस में जोनल मीटिंग में कई अहम निर्णय लिए गए

BAREILLY:

अगले माह शुरू हो रहे सावन के पहले सोमवार से कांवडि़यों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। लिहाजा, सावन भर कांवड़ यात्रा शांति पूर्वक संपन्न कराने को लेकर पुलिस की नींद अभी से उड़ी हुई है। गत वर्ष में बवाल को देखते हुए आईजी ने वेडनसडे को पुलिस लाइन में अधिकारियों के साथ मीटिंग की। बवाल न हो और कांवडि़यों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए उन्होंने मातहतों को कान-आंख खोलकर काम करने की नसीहत दी। पिछले वर्ष एक्सीडेंट के कारण हुए बवाल को देखते हुए कई रूट पर व्हीकल्स नहीं चलेंगे। वहीं डीजे पर भी एडमिनिस्ट्रेशन ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। एसओ को साफ निर्देश हैं कि यदि उनके एरिया से डीजे पास हुआ तो उन पर गाज गिरेगी। मीटिंग में आईजी के अलावा डीआईजी, एसएसपी जोन की ट्रैफिक पुलिस, रेडियो शाखा, पीडब्ल्यूडी व रोडवेज अधिकारी मौजूद रहे।

यहां से आते हैं कांवडि़ए

बरेली में कांवडि़ए सबसे ज्यादा बदायूं के कछला घाट से आते हैं। पहले सोमवार को छोड़कर आखिरी तीन सोमवार को बहुत भीड़ होती है। कछला के बाद बृज घाट, गढ़मुक्तेश्वर से कांवड़ आती है। बरेली के अलावा पीलीभीत, बीसलपुर, गोला, जाने वाले कांवडि़ए भी बरेली से होकर गुजरते हैं। ये तीनों ही मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं। इससे कांवडि़यों के पांव जख्मी होने का खतरा है। इसके चलते जोनल मीटिंग में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को भी बुलाया गया था और उन्होंने रोड दुरुस्त करने का भरोसा दिलाया।

हुई थीं 23 घटनाएं

पिछले वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान बरेली जोन में 23 घटनाएं हुई थीं। इनमें से 11 रोड एक्सीडेंट थे। इसके चलते लॉ एंड ऑर्डर भी बिगड़ा। बवाल का कारण कई बार पुलिस की हीलाहवाली भी होती है। पुलिस शीशा टूटने या कांवड़ टच हो जाने की मामूली घटना को अनदेखा कर देते हैं। ऐसे में आईजी ने कहा कि यदि पत्ता भी हिले तो उसे घटना समझकर एक्शन ि1लया जाए।

एक्सीडेंट रोकने को उठाएं कदम

-कांवड़ के सभी रूट पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी नाम वाइज लगाई जाएगी।

-किसी भी रूट पर बीच से ट्रक एंट्री होने पर उस एरिया में तैनात। पुलिसकर्मी पर एक्शन होगा।

-पुलिसकर्मियों की ड्यूटी शुक्रवार रात 12 बजे से ही लग जाएगी

-डयूटी लगाने से पहले पुलिसकर्मियों की ब्रीफिंग होगी ताकि उन्हें अपनी ड्यूटी के बारे में पता हो

-एक्सीडेंट की सूचना पर रिस्पांस टाइम क्विक होना चाहिए

-रास्ते में खराब होने वाले व्हीकल्स को रास्ते से हटाने के लिए क्रेन की व्यवस्था होगी।

-रूट पर प्रत्येक थाने में 4 फ्लाइंग स्क्वॉयड होगा जो रास्ते में घुसे हेवी व्हीकल को सीज कर थाने ले जाएगा

-उत्तराखंड से आने वाले व्हीकल्स को बॉर्डर पर ही रोक दिया जाएगा।

रोडवेज बसों पर रहेगी रोक

-रोडवेज बसों से एक्सीडेंट की वजह से बदायूं व आगरा को जाने वाली बसें सोमवार से दो दिन पहले ही बंद कर दी जाएंगी

-अन्य दिनों में चलने वाली रोडवेज बसों में एक्सपीरियंस व भरोसे वाले ड्राइवर लगाए जाएंगे

डीजे पर ऐसे लगेगी पाबंदी

-थाने की पुलिस अपने एरिया के कस्बे से लेकर गांव तक सभी डीजे ओनर्स को चिह्नित करेगी।

-पुलिस सीक्रेट तरह से खुद डीजे बुक करा सकती है।

-सभी डीजे ओनर्स को नोटिस दिया जाएगा कि वह कांवड़ यात्रा में डीजे की बुकिंग न करें।

-रास्ते में डीजे मिलने पर डीजे को सीज करने के साथ डीजे मालिक और बुक कराने पर एफआईआर होगी।

-जिस थाना एरिया से डीजे पास होकर आगे पकड़ा गया उस थाना एरिया के एसओ पर एक्शन लिया जाएगा

-डीजे रास्ते में रोकने के लिए मोबाइल टीम रहेगी

-नमाज व तरावी के वक्त कांवडि़यों को नहीं गुजारा जाएगा

-डाक कांवड़ पर लगी सुराही की भी आवाज की सीमा तय रहेगी

-किसी भी विवाद से निपटने के लिए सभी थानों में 15-20 पुलिसकर्मियों की स्ट्राइक फोसर्1 रहेगी

यहां से गुजारे जा सकते हैं वाहन

सावन के महीने में दो दिन ट्रैफिक रोकने के बाद जब ट्रैफिक ओपन होता है तो लंबा जाम लग जाता है। पुलिस को कई घंटे जाम खुलवाने में लग जाते हैं। इससे पहले ट्रैफिक को सावन में शाहजहांपुर, से जलालाबाद, बदायू, देवचरा होकर गुजारा जाता था, लेकिन इस बार ट्रैफिक पुलिस रूट में कुछ बदलाव कर सकती है। रामपुर से फोरलेन और बड़ा बाईपास से दिल्ली की ओर से आने वाले हेवी व्हीकल फोर लेन पर एक साइड से गुजारे जाएंगे। वाहन बड़ा बाईपास होते हुए बीसलपुर रोड, भुता, फरीदपुर या फिर बीसलपुर, निगोही होते हुए शाहजहांपुर से गुजारे जाएंगे। जरूरत पड़ने पर ट्रैफिक को पूरी तरह से भी रोका जा सकता है।

होगी अहम जिम्मेदारी

सावन के महीने में कंट्रोल रूम की अहम भूमिका होती है। किसी भी प्रकार की घटना या बवाल की सूचना सबसे पहले कंट्रोल रूम में पहुंचती है। कंट्रोल रूम जिस क्विक एक्शन से रिस्पॉन्स करता है। उतनी जल्दी ही प्रॉब्लम का सॉल्यूशन निकलता है। इसी को देखते हुए आईजी ने सभी जिलों के कंट्रोल रूम में एक्सपीरिएंस वाले पुलिसकर्मी तैनात करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस कंट्रोल रूम के पास सभी पुलिसकर्मियों का ड्यूटी चार्ट के साथ मोबाइल नंबर भी रहेगा ताकि वह जरूरत के हिसाब से उस एरिया में तैनात पुलिसकर्मी या टीम को जानकारी दे सकें।