सावन महीने में काशी में उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर बैरिकेडिंग आदि का काम शुरू

बाबा विश्वनाथ दरबार में छत्ताद्वार से श्रद्धालुओं की होगी एंट्री, निकासी सरस्वती फाटक से

VARANASI:

भगवान भोलेनाथ की नगरी काशी एक बार फिर से बम-भोले के जयघोष से गूंजने वाली है। जी हां, क्ख् जुलाई से शिव के सबसे ज्यादा प्रिय सावन महीने की स्टार्टिग होने जा रही है। देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में केसरिया चोला ओढ़े कांवरिये बाबा भोले नाथ को अपनी श्रद्धा अर्पित करने आएंगे। हर हर महादेव के उद्घोष से काशीनगरी का माहौल शिवमय हो उठेगा। इसी के मद्देनजर प्रिपरेशन का दौर भी शुरू हो चुका है। प्रशासन से लेकर कॉमन मैन तक इस खास महीने की तैयारियों में जुट गया है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन को आने वाले कांवरियों को कोई असुविधा न हो इसका खास ध्यान रखा जा रहा है। इसी क्रम में बैरिकेडिंग शुरू हो गई है और कांवरियों के लिए शिविरों को भी उनके स्वागत के लिए अंतिम रूप देने के इरादे से काम युद्धस्तर पर चल रहा है।

छत्ताद्वार से ही होगी एंट्री

हर साल की तरह इस बार भी शिवभक्तों को बाबा दरबार में छत्ताद्वार गेट नम्बर चार से ही एंट्री मिलेगी। श्रद्धालु छत्ताद्वार से ताड़केश्वर मंदिर होते हुए बाबा के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन करने के बाद उनके बाहर निकलने के लिए सरस्वती फाटक गेट नंबर दो से व्यवस्था की गई है। भोलेनाथ के दर्शन के लिए गर्भगृह के पूर्वी और उत्तरी गेट्स पर अलग-अलग लाइनें लगाई जायेंगी। इसके अलावा वीआईपी लोग और डाकबम ढुंढिराज गणेश मार्ग से प्रवेश करेंगे और वहीं से रिटर्न भी होंगे। यह व्यवस्था बनाये रखने के लिए छत्ताद्वार से गोदौलिया होते हुए दशाश्वमेध तक बैरिकेडिंग की गई है। इनसे पार पाकर ही श्रद्धालु भगवान के दर्शन कर सकेंगे। भक्तों से शालीनता से पेश आने और दर्शन-पूजन में व्यवधान न आने देने के लिए विशेष तौर पर ट्रेन्ड सुरक्षाकर्मी व पुजारी ही मंदिर के अंदर तैनात रहेंगे।

रेडी हो रहे हैं कांवरियों के शिविर

सावन में देश के विभिन्न हिस्सों से केसरिया वस्त्रधारी कांवरिये बाबा का जलाभिषेक करने आएंगे। इन कांवरियों के ठहरने व खाने-पीने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से शिविर लगाये जाते हैं। शिविरों को सजाने-संवारने का काम शुरू हो गया है। एक-एक शिविर में हजारों की संख्या में शिवभक्तों का जमावड़ा होगा। शिविरों में श्रद्धालुओं के लिए फलाहार, चिकित्सा, सामान रखने आदि के लिए लॉकरूम्स आदि की भी व्यवस्था होगी। कांवरियों के लिए लगने वाले शिविरों में बाबा काशी विश्वनाथ भक्त सेवा समिति लक्सा, शिवशक्ति कांवरिया तीर्थयात्री शिविर चितरंजन पार्क, मारवाड़ी युवक संघ, समाज संगठन आदि प्रमुख हैं।

डेली पास रहेंगे निरस्त

सावन के दौरान दैनिक रूप से दर्शन पूजन करने वाले श्रद्धालुओं के पास निरस्त रहेंगे। इसके अलावा महिला श्रद्धालुओं के लिए जांच के नाम पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा छूने से भी राहत मिलेगी। उनके लिए स्पेशल स्कैनर मशीनें लगायी जा रही है। जो उनके शरीर को बिना टच किए ही जांच कर लेंगी। अगर किसी महिला के पास कोई आपत्तिजनक वस्तु हुई तो मशीन से खुद-ब-खुद पता चल जाएगा।