विरोध के बाद एसबीआई ने घटा दी थी मिनिमम बैलेंस की लिमिट
इससे पहले एसबीआई ने जून में मिनिमम बैलेंस को बढ़ाकर 5000 रुपये कर दिया था। हालांकि, विरोध के बाद मिनिमम बैलेंस सीमा को मेट्रो शहरों में घटाकर 3000, सेमी-अर्बन में 2000 और ग्रामीण क्षेत्रों में 1000 रुपये किया गया था। हाल में जारी रिपोर्ट में सामने आया था कि तय लिमिट से कम पैसा पाए जाने पर 8 महीने में 1771 करोड़ रुपये का जुर्माना काटा है, यह रकम एसबीआई की एक तिमाही में होने वाली शुद्ध कमाई से भी ज्यादा है।
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8 तरह के खातों में लिमिट से कम बैंलेंस पर नहीं लगता जुर्माना
हालांकि विरोध के बाद अब बैंक ने अपने ग्राहकों को जानकारी दी है कि बचत खातों में ऐसे 8 तरह के खाते हैं जिनमें लिमिट से कम पैसा पाए जाने पर बैंक किसी तरह का जुर्माना नहीं लगाता है, क्योंकि उन खातों पर मिनिमम मासिक बैलेंस की शर्त लागू नहीं होती है। इसमें फाइनेशियल इनक्लूजन खाते, नो फ्रिल खाते, सेलरी पैकेज खाते, बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट खाते, छोटे खाते, पहला कदम या पहली उड़ान खाते, 18 वर्ष से कम आयूवर्ग के ग्राहकों के खाते और पेंशनर्स के खाते शामिल हैं।
SBI के इन खाता धारकों को नहीं है मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत
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