घोटालों की जानकारी के लिये कर्नाटक सरकार को लिखा लेटर

- आईएएस अनुराग तिवारी की संदिग्ध मौत का मामला

-बेंगलुरू का टिकट कैंसिल कराने को लेकर भाई ने खड़े किये सवाल

- सोमवार को हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराई जाएगी हत्या की एफआईआर

LUCKNOW :आईएएस अनुराग तिवारी की मौत का सच जानने के लिये गठित एसआईटी को मिली 72 घंटे की टाइम लिमिट रविवार को खत्म हो गई। हालांकि, यह मियाद बीतने के बावजूद पुलिस अब भी खाली हाथ है। आलम यह है कि मृतक अनुराग के साथ वीआईपी गेस्ट हाउस में ठहरे एलडीए के वीसी प्रभु नारायण सिंह के बयान तक दर्ज नहीं किये जा सके। परिजनों के आरोपों के मद्देनजर पुलिस ने कर्नाटक सरकार को लेटर लिखकर अनुराग से संबंधित कई जानकारियां तलब की हैं। उधर, मृतक के भाई ने बेंगलुरु जाने वाली टिकट कैंसिल कराने को लेकर भी सवाल खड़े किये हैं। पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट भाई ने सोमवार को अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में हत्या की एफआईआर दर्ज करने की बात कही है।

पोस्टमार्टम में शक गहराया

आईएएस अनुराग तिवारी की मौत की जानकारी मिलने पर पहुंचे उनके परिजनों ने इसे साजिश के तहत की गई हत्या बताया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत दम घुटने की वजह से बताई गई। जबकि, 'दैनिक जागरण आई नेक्स्ट' ने रविवार के अंक में खुलासा किया था कि मृतक अनुराग के पेट में अधपचा खाना पाया गया था। यानि कि उनकी मौत देररात ही हो चुकी थी। इसके अलावा यह भी खुलासा किया था कि उनके होंठ के नीचे व शरीर के कई अन्य हिस्सों में जख्म के निशान पाए गए थे। जबकि, पुलिस ने मॉर्निग वॉक के वक्त मौत का शक जताया था। परिजनों का कहना था कि अनुराग कई घोटालों की जांच कर रहे थे, जिसके चलते उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।

'टिकट किसने कैंसिल कराया?'

भाई मयंक ने बताया कि अनुराग का 16 मई को जन्मदिन था। परिजनों ने उनसे रुकने को कहा था लेकिन, वे काम का हवाला देते हुए वापस लौट गए। उन्हें 16 मई की सुबह ही बेंगलुरु जाना था। इसके लिये उन्होंने जेट एयरवेज की फ्लाइट से टिकट बुक कराया था। मयंक के मुताबिक, जब उन्होंने अनुराग के मोबाइल का मैसेज बॉक्स चेक किया तो उसमें रात एक बजे टिकट कैंसिल होने का मैसेज मिला। उन्होंने कहा कि जब अनुराग काम की वजह से घर पर नहीं रुके तो आखिर उनका टिकट किसने कैंसिल करा दिया।

स्थिति साफ करने के लिये लिखा लेटर

मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रभारी सीओ हजरतगंज अवनीश कुमार मिश्र ने बताया कि परिजनों के आरोपों के मद्देनजर कर्नाटक सरकार को लेटर लिखा गया है। इस लेटर में पूछा गया है कि अनुराग तिवारी इन दिनों किन घोटालों की जांच कर रहे थे। साथ ही यह भी जानकारी मांगी गई है कि क्या उन्होंने कभी किसी से धमकी मिलने की शिकायत की थी? उनके द्वारा ली गई छुट्टियों का ब्योरा भी तलब किया गया है। सीओ मिश्रा ने बताया कि कर्नाटक सरकार से जवाब मिलने पर स्थिति साफ हो सकेगी। पीएन सिंह के बयान के बारे में उन्होंने बताया कि सिंह तीन दिनों की छुट्टी पर गए थे, जिस वजह से उनका बयान दर्ज नहीं हो सका था। जबकि, पुलिस की इस लचर कार्यशैली पर परिजनों ने गहरी नाराजगी जताते हुए मामले को छिपाने का आरोप लगाया है।

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पोस्टमार्टम की टाइमिंग पर संशय

मयंक ने बताया कि पोस्टमार्टम को लेकर भी संशय बरकरार है। 16 मई को शाम 4.55 बजे पोस्टमार्टम शुरू हुआ और 5.30 बजे खत्म हो गया। इसका उल्लेख रिपोर्ट में है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम शुरू ही 5.30 बजे हुआ तो फिर रिपोर्ट में 35 मिनट पीछे का वक्त क्यों डाला गया?

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कौन है आईएएस की भ्रष्ट पत्‍‌नी?

मयंक ने कुछ दिनों पहले अनुराग ने उसे बताया था कि एक सीनियर आईएएस ऑफीसर की पत्‍‌नी सरकारी रुपये को लूट रही है। उन्होंने इस महिला के करोड़ों रुपये के घोटाले में लिप्त होने की बात कही थी। मयंक के इस बयान से सवाल उठ खड़ा हुआ है कि आखिर वह महिला कौन है और उसका अनुराग की मौत से क्या कनेक्शन है?