-खुलेआम स्कूल के बाहर छेड़ी जाती हैं लड़कियां

-शहर में मोबाइल पर छेड़खानी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है

-लड़की के कॉल रिसीव नहीं करने पर भेजते है अश्लील एसएमएस

-लफंगे इंटरनेट और एप्स का करते हैं मिस यूज

kushagra.pandey@inext.co.in

KANPUR :

शहर में शायद ही कोई ऐसी जगह होगी जहां लड़कियों के साथ छेड़खानी न होती हो'इज्जत करो' मुहिम के तहत आई नेक्स्ट सिटी के ऐसे स्पॉट्स जहां ग‌र्ल्स के साथ खुलेआम बदसलूकी होती है वहां पहुंचकर लाइव रिर्पोटिंग कर रहा है। आज बात सिविल लाइंस का।

टाइम-दोपहर के डेढ़ बजे

जगह-सिविल लाइंस

स्कूल के सामने बाइक पर खड़े दो लड़के पास से जा रहीं लड़कियों को घूर रहे थे। उनमें से एक लड़के ने लड़की की ओर एक कमेंट पास किया। लड़की ने उसको इग्नोर करना चाहा तो फिर दूसरे लड़के ने कमेंट कर दिया। डरे-सहमे अंदाज में वो लड़की वहां से जाने लगी तो फिर लड़के उसका पीछा करने लगे। खैर वो कुछ दूर पहुंची ही थी कि तभी उसके रिलेटिव वहां पहुंच गए। वो उनके पास पहुंची तो वो लफंगे वहां से रफूचक्कर हो गए।

साथी स्टूडेंट कर रहा था छेड़खानी

बीएनडी कॉलेज में बीएससी की स्टूडेंट नेहा (काल्पनिक नाम) का मोबाइल नम्बर एक लफंगे को पता चल गया। वो उसको कॉल कर परेशान करने लगा। नेहा ने पहले तो अनदेखी कर दी, लेकिन उसकी हिम्मत इतनी बढ़ गई कि वो मोबाइल पर अश्लील एसएमएस भेजने लगा। नेहा की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को पकड़ा तो पता चला कि वो उसकी कोचिंग में पढ़ने वाले स्टूडेंट था।

ज्यादा परेशानी है तो नम्बर बदल लीजिए

स्वरूपनगर में रहने वाले कारोबारी की बेटी एक कान्वेंट स्कूल में पढ़ती है। परिजनों ने सुविधा के लिए उसको मोबाइल दिया है, लेकिन अब यह मोबाइल ही उसके लिए सिरदर्द बन गया है। लफंगे मोबाइल पर कॉल कर उसको परेशान करते है। उसने उस नम्बर को रिसीव करना बन्द कर दिया तो लफंगे दूसरे नम्बर से कॉल करने लगे हैं। उसके पेरेन्ट्स को जानकारी दी तो उन्होंने थाने मे शिकायत की। पुलिस ने सर्विलांस में नम्बर लगाया तो पता चला कि वो गोण्डा का नम्बर है। उन्होंने थाने में शिकायत की, तो पुलिस ने उन्हें यह कहकर टहला दिया कि अगर ज्यादा दिक्कत हो रही है तो नम्बर बदल लीजिए।

ये दोनों केस तो सिर्फ बानगी है। शहर में मोबाइल से छेड़खानी का ग्राफ तेजी से बढ़ता रहा है। हालात तो ये है कि लड़कियां अनजान नम्बर की कॉल रिसीव करने से डरने लगी है। पुलिस भी इन मामलों को गंभीरता से नहीं लेती है। पुलिस पहले तो उन्हें टरकाने की कोशिश करती है, लेकिन अगर पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर लफंगे को गिरफ्तार करती है तो वे आसानी से बेल पर छूट जाते हैं।

अलग अलग नम्बर से करते है कॉल

लफंगे लड़की का नम्बर मिलने पर उस पर कॉल कर लच्छेदार बाते करते हैं। वे लड़की को झांसा देकर दोस्ती करने की कोशिश करते हैं, लेकिन अगर लड़की उनसे बात करने से मना कर देती है तो वे लड़की से अश्लील बात करने लगते है। अगर लड़की उनका कॉल रिसीव करना बन्द कर देती है तो वे नम्बर बदलकर कॉल कर उसको परेशान करते हैं।

तो अश्लील वेबसाइड में डाल देते हैं नम्बर

मोबाइल पर लड़कियों से छेड़खानी करने वाले लफंगों में कुछ मानसिक रोगी होते हैं। वे लड़कियों से बात नहीं करने पर उनका नम्बर अश्लील वेबसाइड पर डाल देते हैं। इसके अलावा वे दोस्तों को लड़कियों का नम्बर बांट देते है। साथ ही वो लड़कियों के बारे में गलत बातें फैला देते है। जिससे पीडि़त लड़की को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।

इंटरनेट के जरिए भेजते है अश्लील एसएमएस व एमएमएस

अब आप किसी भी नम्बर पर इंटरनेट के जरिए एसएमएस व एमएमएस भेज सकते है। इसमें आपका नम्बर भी सामने वाले के मोबाइल पर नहीं आता है। यह पब्लिक की सुविधा के लिए चालू किया गया है, लेकिन लफंगे इसका मिस यूज कर रहे हैं। वे इसके जरिए लड़कियों के नम्बर पर अश्लील एसएमएस और एमएमएस कर उन्हें परेशान करते हैं।

ये एप्स लड़कियों के मुसीबत बन गए

इस समय टेक्नोलॉजी तेजी से विकसित हो रही है। अब तो ऐसे एप्स आ गए है। जिसका यूज कर आप किसी को कॉल करेंगे तो उसमें नम्बर पर किसी दूसरे का नम्बर आएगा। मसलन आपने एप्स का यूज कर कॉल किया और अपना नम्बर ब्ब्ब्ब् सेट कर दिया तो सामने वाले के मोबाइल पर ब्ब्ब्ब् नम्बर आएगा। इसका भी लफंगे मिस यूज कर रहे हैं।

इसलिए पुलिस कार्रवाई करने से बचती है।

पुलिस मोबाइल और सोशल वेबसाइट्स पर छेड़खानी के मामलों में रिपोर्ट दर्ज करने से बचती है। इन मामलों में पुलिस को साइबर एक्सपर्ट और सर्विलांस का सहारा लेना पड़ता है। पुलिस महकमे में सर्विलांस के जानकर कुछ ही लोग है। वे हत्या, डकैती जैसे संगीन केस में ही व्यस्त रहते हैं। इसी वजह पुलिस इन मामलों की रिपोर्ट दर्ज करने से बचती है। इंटरनेट के जरिए कॉल और मैसेज भेजने वालों को पकड़ने के लिए तो पुलिस को और भी मशक्कत करनी पड़ती है। इसमें पुलिस को साइबर एक्सपर्ट की जरूरत पड़ती है। इसलिए पुलिस इन मामलों पहले तो रिपोर्ट दर्ज नहीं करती है। अगर पुलिस को दबाव में रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ी तो उसका खुलासा देर से होता है।

कानून है, पर कारगर नहीं

पुलिस मोबाइल पर छेड़खानी पर धारा फ्भ्ब् के तहत रिपोर्ट दर्ज करती है। अगर शोहदा लड़की को धमकी देता है तो पुलिस धारा भ्0ब् और भ्0म् बढ़ा देती है। ये तीनों धाराएं आपराधिक के साथ जमानतीय है। इसमें शोहदा गिरफ्तार तो होता है, लेकिन उसे थाने से ही जमानत मिल जाती है। अगर पुलिस पीडि़त पक्ष के दबाव में शोहदे को कोर्ट भेजती है, तो उसको कोर्ट से बेल मिल जाती है। एडवोकेट टीनू शुक्ला का कहना है कि शोहदो पर खौफ पैदा करने के लिए और सख्त कानून होना चाहिए। लफंगों को तुरन्त बेल नहीं मिलनी चाहिए। उन्हें एक दिन के लिए जेल जरूर भेजना चाहिए।

इस तरह लीक हो सकता है आपका नम्बर

अगर आपको नम्बर रिचार्ज कराना है, तो आप शॉप में जाकर नम्बर बोलकर मत बताए। आप रिचार्ज कूपन का ही यूज करें। वरना शॉप से आपका नम्बर लीक हो सकता है।

फेसबुक के प्रोफाइल पर अपना नम्बर न दें। वरना कोई भी फेसबुक आईडी से आपका नम्बर ले सकता है।

मोबाइल के वॉल पेपर पर अपना नम्बर नोट न करें।

पार्सल या कोरियर पर अपना नम्बर देने से बचें। पार्सल या कोरियर से भी कोई आपका नम्बर लीक हो सकता है।

फोन पर किसी और को नम्बर देते हुए भी ऐसा हो सकता है।

लफंगों की कॉल आने पर क्या करें

मोबाइल को साइलेंट मोड पर लगा लें

- कुछ देर के लिए मोबाइल स्विच ऑफ कर दें

- मोबाइल को पेरेन्ट्स को दे दें

- कॉल रिसीव कर उसे न सुने और न ही कोई जवाब दें

- उस नम्बर को ब्लाक कर दें

- थाने या डॉयल क्00 पर शिकायत दर्ज कराएं

- अगर पुलिस आपकी न सुने तो कोर्ट के जरिए भी रिपोर्ट दर्ज करा सकती हैं