RANCHI: जिला में योजनाओं के क्रियान्वयन की चाल धीमी होती जा रही है। अधिकारियों के लगातार अन्य कार्यो में फंसे रहने के कारण लोगों को मिलने वाली कई सुविधाएं नदारद होती जा रही हैं। कई मामलों में जिला प्रशासन से लोगों द्वारा शिकायत भी की गई है जिसको देखते हुए डीसी राय महिमापत रे ने जिला के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं के क्रियान्वयन के संबध में विस्तार से चर्चा की और कार्य को तेज करने तथा किसी भी तरह की सुस्ती नहीं बरतने के निर्देश जारी किए।

दिन में निरीक्षण शाम को करें रिपोर्ट

राय महिमापत रे ने जिला के सभी वरीय पदाधिकारियों को अपने-अपने आवंटित प्रखण्ड में औचक निरीक्षण करने का निर्देश जारी करते हुए उसकी रिपोर्ट उसी दिन शाम तक उपलब्ध कराने को कहा। डीसी के इस आदेश के बाद अधिकारियों ने आनन-फानन में सारे कार्यो की प्रगतिवार समीक्षा की और रिपोर्ट मंगवाई।

इन योजनाओं पर है डीसी की नजर

- जाति प्रमाण पत्र बन रहा है या नहीं। उसकी वैकल्पिक व्यवस्था है या नहीं। संबंधित लिपिक कार्यालय में रहते है या नहीं।

2- पेंशनधारियों का आवेदन अनावश्यक रोक कर न रखें।

3- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रथम द्वितीय एवं तृतीय किस्त समय अवधि पर भुगतान किया जा रहा है या नहीं।

4- प्रखण्ड के धान अधिप्राप्ति केन्द्र की वस्तुस्थिति क्या है। किसान धान बिक्री के लिए आ रहे हैं या नहीं। धान अधिप्राप्ति केन्द्र में प्रिन्ट आउट निकलता है या नहीं । मशीन काम कर रही है या नहीं।

5-प्रज्ञा केन्द्र में लोगो का कार्य किया जा रहा है या नहीं।

6- हड़ताली पारा शिक्षक को हटाकर उसकी जगह 10वीं पास शिक्षक रखने का निर्देश दिया गया।

7- सभी प्रखण्डों में एक-एक मॉडल पंचायत बनाना है।

8- प्रखण्ड में जन संवाद से संबंधित शिकायत ली जा रहा है या नहीं।

9- ईपीक वितरण किया जा रहा है या नहीं।

10. प्रखण्ड एवं अंचल कार्यालय का केस बुक कब तक का अपडेट है।

11- प्रखण्ड अवस्थित भवनों की वस्तुस्थिति क्या है। उसकी सूची, भवन उपयोग लायक है या नहीं। सरकारी भवन में फ्लैक्स, होर्डिग्स अधिष्ठापित है या नहीं।

12- नि:शक्त केन्द्र की वस्तुस्थिति क्या है।

13- प्रखण्ड में आयुष्मान भारत के तहत लोगो का कार्ड बनाया जा रहा है या नहीं।

वर्जन

सभी योजनाओं की रिपोर्ट ले ली गई है और समीक्षा की जा रही है कि कहीं योजनाओं की चाल धीमी तो नहीं है। आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

राय महिमापत रे, रांची डीसी