आई इनवेस्टीगेशन

अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाला प्रकरण

-पांच साल के कार्यकाल में सुमन गौतम ने किया करोड़ों का भ्रष्टाचार

-माफिया के साथ मिल किए अजब-गजब कारनामे, मेमो पर कर दिया संस्थाओं को भुगतान

-रिश्वत मांगते दोषी कर्मचारी की आडियो रिकॉर्डिग वायरल

akhil.kumar@inext.co.in

Meerut : फर्जी बहुसंख्यक को अल्पसंख्यक दर्शाकर मेरठ की 144 शैक्षिक संस्थाओं ने 5 करोड़ 60 लाख की छात्रवृत्ति डकारी है। पूर्व जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुमन गौतम के कार्यकाल में विभाग में करोड़ों रुपये का भुगतान महज मेमो पर हुआ है। गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचार की परत दर परत खुलकर सामने आ रही है तो कई ऐसे चौंकाने वाले तथ्य भी नजर के सामने आए हैं। भारत सरकार की ओर से मिलने वाली प्री मैट्रिक अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के अलावा विभाग द्वारा संचालित कई अन्य स्कीमों में भी जमकर गोरखधंधा हुआ है।

नाम हिंदू, जाति मुस्लिम

गोल्डी-पिता का नाम देवानंद-जाति मुस्लिम, पूजा-पिता का नाम रमेश चंद्र-जाति मुस्लिम, प्रीति रानी-पिता का नाम परमानंद जाति-मुस्लिम एसडीएसजेए स्कूल कंचनपुर घोपला में सभी हिंदू छात्रों को छात्रवृत्ति के लिए मुस्लिम बना दिया गया। ताज्जुब की बात तो यह है कि केंद्र सरकार की योजना के तहत विभाग ने इन छात्रों को हजारों रुपये छात्रवृत्ति भी सौंप दी।

जरा गौर करें

मेरठ में एक-दो नहीं 144 ऐसे शिक्षण संस्थान (ज्यादातर मदरसे) जिनमें फर्जी छात्रों को छात्रवृत्ति के नाम करोड़ों रुपये सौंप दिए। कुछ गनीमत होती यदि यह पैसा छात्रों को मिल जाता। छात्रवृत्ति माफिया और पूर्व जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने मिलीभगत कर फर्जी नामों से छात्रवृत्ति हासिल कर करोड़ों का फर्जीवाड़ा प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति में वर्ष 2009-10 और 2010-11 में किया। भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार अधिकारी सुमन गौतम के क्रियाकलाप अब उजागर हो गए हैं। फिलहाल वे जेल में हैं और शिक्षा माफिया समेत स्कूल संचालकों को पुलिस तलाश रही है।

इन स्कूलों ने किया फर्जीवाड़ा

-एसडीएसजेएच स्कूल कंचनपुर घोपला

-समर पब्लिक स्कूल, मुंडाली

-उमराव जूनियर हाईस्कूल, मलियाना

-सोफीटल प्राइमरी स्कूल, किशनपुरा

-विद्यासागर हाईस्कूल शिवपुरम, आदि

छात्रवृत्ति माफिया है सेवाराम सागर

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एसएन पाण्डेय ने बताया कि मेरठ की शैक्षिक संस्थाओं ने 'राम' को 'रहीम' बनाकर करोड़ों की छात्रवृत्ति हड़पी है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि सुमन गौतम छात्रवृत्ति माफिया सेवाराम सागर, लिपिक संजय त्यागी शैक्षिक संस्थाओं के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त थे, जांचों में पुष्टि के बाद विभाग ने सुमन गौतम और संजय त्यागी को सस्पेंड कर दिया था जबकि मुकदमा दर्ज होने के बाद सेवाराम सागर को पुलिस तलाश रही है। बागपत में 17 फर्जी संस्थाओं का संचालन करते माफिया को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी पाण्डेय ने जांच में पकड़ा, मेरठ में भी एक दर्जन फर्जी संस्थाओं का संचालन सेवाराम कर रहा है। राम को रहीम बनाने वाला स्कूल एसडीएसजेएच स्कूल कंचनपुर चौपला भी सेवाराम का ही है।

कर्मचारी का आडियो टेप वायरल

फरवरी 2007 से मई 2012 तक मेरठ में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात सुमन गौतम का कार्यकाल चर्चा में रहा। केंद्र एवं राज्य सरकार से विभिन्न योजनाओं में मिलने वाली धनराशि का बंदरबांट करने में विभाग के निलंबित कर्मचारी संजय त्यागी शामिल था। ललियाना स्थित मौलाना आजाद इंटर कॉलेज प्रधानाचार्य शकील अहमद और त्यागी के बीच लेनदेन की ऑडियो शनिवार आई नेक्स्ट के हाथ लगी है। डीएम ने प्रकरण को संज्ञान में संज्ञान में लेते हुए आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन को सीडी और फर्जी छात्रों की जानकारी उपलब्ध कराते हुए जांच सौंपी थी।

बैंक ने दी अपनी सफाई

बहुसंख्यक को अल्पसंख्यक दर्शाकर पैसा ट्रांसफर करने के प्रकरण में डिस्ट्रिक लीड बैंक (सिंडीकेट बैंक) मैनेजर विनय शर्मा ने कहा कि नेशनल इलेक्ट्रानिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) में कस्टमर का डेटा नहीं आता। नाम और आईएफएसई कोड मैच होने के बाद एकांउट में पैसा ट्रांसफर हो जाता है।

राम के नाम पर रहीम के एकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर दिया, जांच में मालूम चला कि ये एकांउट भी फर्जी हैं। बड़े पैमाने पर तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी द्वारा छात्रवृत्ति घोटाला किया गया है। कर्मचारी का ऑडियो भी वायरल हुआ है। सभी दागियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

पंकज यादव, डीएम मेरठ