यह था मामला
दौराला के पल्लवपुरम फेस टूट में डिवाइडर रोड पर कृष्णा पब्लिक स्कूल है। इस स्कूल की बस एचआर 55सी 0350 रोज बच्चों को लेकर स्कूल पहुंचती है। जिसको रोशनपुर डोरली का रहने वाला राजेश चलाता है। सोमवार की सुबह आठ बजे राजेश बस में करीब चालीस बच्चों को लेकर स्कूल जा रहा था। स्कूल से कुछ ही दूर पहले बस अनियंत्रित हुई और साइड में जा रहे साइकिल सवार पल्हेड़ा के रमेश पुत्र संतराम को टक्कर मारती हुई आगे निकल गई। आगे जाकर एक पेड़ से जा टकराई.

बस में चीख पुकार
बस जैसे ही तेजी के साथ पेड़ से टकराई बच्चों की चीख पुकार मच गई। चालक राजेश बस को छोड़कर फरार हो गया। बस में बच्चे चिल्ला रहे थे तो सड़क पर पड़ा रमेश भी करहा रहा था। टक्कर के बाद बच्चों की आवाज सुनकर स्कूल के गेट से गार्ड और टीचर मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने किसी तरह घायल बच्चों को निकाला। साथ ही पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस भी दो घंटे बाद जाकर मौके पर पहुंची। जहां बस में घायल करीब बीस बच्चों को पास के एमसी सैनी अस्पताल में भर्ती कराया गया। साइकिल सवार को अस्पताल में ले जाया गया.

हो सकती थी बड़ी घटना
घायल बच्चों में पबरसा दौराला के दो भाई निर्भय व अस्तित्व पुत्र प्रमोद, फेस टू पल्लवपुरम का रहने वाला आर्यन पुत्र विशाल, दो मासूम बहनें वंशिका व खुश्बू पुत्री टीटू पंडित, समर्पित पुत्र आलोक, फरहान सिद्दीकी और नम्रता सहित बीस बच्चे शामिल रहे। सूचना पाते ही बच्चों के परिजन स्कूल पहुंचे। वहां से अस्पताल और अपने बच्चे की खैर खबर ली। शुक्र रहा कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। मगर से साफ है कि बड़ी घटना हो सकती थी, जिसमें ड्राइवर की लापरवाही सामने आई है। बच्चों ने बताया कि ड्राइवर बस को तेजी से ले जा रहा था। उसने साइकिल वाले को टक्कर मारी और फिर पेड़ में टक्कर मार दी.

पहले भी हुए हैं कई हादसे
शहर में आए दिन बस चालकों की कमी के चलते ऐसी घटनाएं घटती रहती है। जिसमें बच्चों की जान पर बन आती है। टेंपो चालक भी बच्चों को ठूंस-ठूंसकर भरते हैं। कई बार टेंपो ही पलट गया। जिसमें बच्चों की मौत तक हो चुकी है। यही हाल स्कूली बसों का भी है। जो तेजी से चलाते हैं और रास्ते में आने वालों को भी नहीं देखते। कहीं भी रुककर बच्चों को उतार देते हैं। ऐसे में बच्चों के लिए ये लापरवाही जान पर बन आती है। जिसके लिए स्कूल प्रबंधन और पुलिस कोई खास कदम नही उठाती.

"बच्चों को ईलाज के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया। इस मामले में भी किसी ओर से कोई तहरीर नहीं आई। अगर तहरीर आती है तो मुकदमा कायम करके कार्रवाई की जाएगी."
- डीपी सिंह, इंस्पेक्टर दौराला